नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में क्रूड ऑयल (Crude Oil) की कीमत में लगातार दूसरे दिन गिरावट का रुख बना रहा। इस गिरावट की वजह से ब्रेंट क्रूड आज जनवरी 2022 के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।
जनवरी में ब्रेंट क्रूड 91.70 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक पहुंचा था, जबकि आज अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसका भाव 92 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया।
WTI क्रूड की कीमत करीब 30 % तक तेज हो चुकी है
अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में ब्रेंट क्रूड पिछले 1 हफ्ते के दौरान करीब 3 % तक लुढ़क चुका है। मासिक आधार पर देखें तो ब्रेंट क्रूड की कीमत में 0.34 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि सालाना आधार पर ब्रेंट क्रूड की कीमत में इजाफा हुआ है।
पिछले 1 साल की अवधि में ब्रेंट क्रूड की कीमत करीब 32 प्रतिशत तक तेज हो चुकी है। इसी तरह वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (WTI Crude) की कीमत में भी पिछले 1 सप्ताह के दौरान करीब 3% की गिरावट आई है।
मासिक आधार पर डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमत में 1 % की कमी दर्ज की गई है, जबकि सालाना आधार पर WTI क्रूड की कीमत करीब 30 % तक तेज हो चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में आई गिरावट की सबसे बड़ी वजह वैश्विक मंदी की आशंका को माना जा रहा है। मांग गिरने की संभावना की वजह से क्रूड ऑयल की कीमत पर लगातार दबाव बना हुआ है।
इसके साथ ही वैश्विक स्तर पर महंगाई के दबाव की वजह से भी कच्चे तेल की कीमत में कमजोरी बनी हुई नजर आ रही है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत पर दबाव बना है
मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में महंगाई पर काबू पाने के लिए यूएस फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का संकेत दे चुका है।
इसके साथ ही यूरोपियन सेंट्रल बैंक (ECB) भी महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने की बात कह चुका है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका से भी अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में कच्चे तेल की कीमत पर दबाव बना है।
इन वजहों के अलावा दुनिया भर में कच्चे तेल के सबसे बड़े खरीदारों में से एक चीन के कई शहरों में कोरोना संक्रमण की वजह से Lockdown लग जाने के कारण भी कच्चे तेल की मांग में कमी आई है।
माना जा रहा है कि वैश्विक स्तर पर मंदी आने की आशंका और इस वजह से क्रूड ऑयल की मांग में कमी की संभावना के कारण कच्चे तेल की कीमत में आने वाले दिनों में कुछ और गिरावट आ सकती है।