नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) की भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) सहित पार्टी के तमाम नेता पद यात्रा (Traveling) कर रहे हैं।
यात्रा पर BJP लगातार आरोप लगा रही है और सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार कांग्रेस को घेरने की कवायद में लगी हुई है।
इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम ने कहा, BJP की हेट फैक्ट्री घटिया ट्वीट वायरल (Tweet Viral) करने का प्रयास कर रही है।
महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी
जयराम रमेश ने एक बार फिर सोशल मीडिया के माध्यम से BJP द्वारा किए जा रहे Tweet पर हमला बोलते हुए कहा, BJP की हेट फैक्ट्री एक घटिया ट्वीट वायरल करने का प्रयास कर रही है।
ऑडियो में जो कुछ भी रिकॉर्ड किया गया है, उससे इसका कोई संबंध नहीं है। यह BJP का विशिष्ट तुच्छ तरीका है। भारत जोड़ो यात्रा के सफल शुरुआत और लोगों द्वारा मिल रहे समर्थन को देखकर ये हताश हो गए हैं।
जो लोग महात्मा गांधी की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं, जिन लोगों ने नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे, गौरी लंकेश और एमएम कलबुर्गी जैसे बुद्धिजीवियों की हत्या की, वो आज सवाल उठा रहे हैं। कैसा विकृत मजाक है! भारत जोड़ो यात्रा की भावना को ठेस पहुंचाने के ऐसे सभी प्रयास बुरी तरह विफल होंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी। वह केरल में 19 से 22 सितंबर के बीच वह इस यात्रा का हिस्सा बनेंगी।
कन्याकुमारी से कश्मीर तक की 150 दिन में 3500 किलोमीटर की यात्रा के जरिए कांग्रेस जनता के बीच उतर उनसे उनकी परेशानियों और उनके मुद्दों को जानेगी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कन्याकुमारी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था
कांग्रेस की ओर से निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा के चौथे दिन पदयात्रा की शुरुआत कन्याकुमारी के मुलागुमूदु से हुई।
पदयात्रा 11 सितंबर को केरल (Kerala) पहुंचेगी और अगले 18 दिनों तक राज्य से होते हुए 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेगी, और उसके बाद उत्तर की तरफ अन्य राज्यों में जाएगी।
यात्रा के पहले दिन राहुल गांधी ने श्रीपेरुं बुदूर से शुरुआत की थी, वह यहां पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर जाकर अपने पिता को श्रद्धांजलि दी थी और एक प्रार्थना सभा में शामिल हुए थे। दशकों पहले इसी जगह पर राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी।
पिता के स्मारक पर आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल होने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कन्याकुमारी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था, जहां तमिलनाडु के CM एम.के. स्टालिन ने उन्हें राष्ट्र ध्वज सौंपा था।