रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य (Supriyo Bhattacharya) ने हेमंत सरकार के एक हजार दिन पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियां गिनाई।
उन्होंने कहा कि राज्य के साढे तीन करोड़ लोगों के आर्शीवाद से युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने सकरात्मक सोच के साथ एक हजार दिन पूरा किये। भट्टाचार्य शनिवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में 75 साल में किसी राज्य सरकार ने इतने दिन में कोई काम नहीं कर पाया, जो झारखंड सरकार (Jharkhand Government) ने कर दिखाया।
उन्होंने कहा कि झारखंड पहला ऐसा राज्य है जो कोरोना (Corona) में जान गंवाने वाले लोगों को मुआवजा पहुंचाया।
इसके अलावा 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति बनाने का फैसला, ओबीसी (OBC) आरक्षण को 27 फीसदी करने का फैसला, निजी क्षेत्रों में स्थानीय के लिए 75 फीसदी आरक्षण जैसी सरकार के कई फैसलों के बारे में बताया।
कैबिनेट में 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति बनाने की मंजूरी दी
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार (Hemant Sarkar) ने 1000 दिन में जिस दिशा में बढ़ी है, उससे यह लगता है कि आगे एक लाख दिन यह सरकार हेमंत सोरेन के नेतृत्व में काम करेगी।
उन्होंने कहा कि एक हजार दिन झांकी है एक लाख आने वाला दिन बाकी है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने OBC आरक्षण 27 फीसदी करने का फैसला लिया।
कैबिनेट में 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति बनाने की मंजूरी दी। सरना आदिवासी धर्मकोड सर्वसम्मति से विधानसभा में पारित हुआ। झारखंड आंदोलनकारी चिह्नितिकरण आयोग का पुनर्गठन हुआ।
झारखंड में पहली बार जनजातीय महोत्सव का आयोजन किया गया। नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज (Netarhat Field Firing Range) को पुनः अधिसूचित नहीं करने का फैसला लिया गया।