बोकारो : Bokaro Steel plant सहित सेल के विभिन्न प्लांटों के कर्मचारियों को अब Durga Puja से पूर्व बोनस की राशि मिलने की संभावना पर पानी फिर गया है।
इसकी वजह यह बताई जा रही है कि नई दिल्ली में शनिवार को आयोजित नेशनल ज्वाइंट कमेटी For Steel की बैठक में प्रबंधन और यूनियन नेताओं के बीच सहमति नहीं बन पाई।
बातचीत के दौरान प्रबंधन ने कंपनी के आर्थिक हालात का हवाला दिया
सूत्रों का कहना है कि बैठक के प्रथम सत्र में जहां यूनियन नेताओं ने 63 हजार रुपए बतौर Bonus देने की मांग की, वहीं प्रबंधन ने उसे सिरे से खारिज करते हुए कंपनी की आर्थिक हालात का हवाला दिया।
इस दौरान कई बार यूनियन नेताओं के साथ कई मुद्दों पर वाद-विवाद (Debate) भी हुआ। फिर यूनियन नेताओं के रूख को देखते हुए सेल प्रबंधन ने यूनियन नेताओं को 26 हजार 200 रुपए बोनस देने का प्रस्ताव दिया, जिसे यूनियन नेताओं ने सिरे से खारिज कर दिया।
प्रबंधन के समक्षा रखा गया था 45 हजार रुपए बोनस देने का प्रस्ताव
बैठक में मौजूद HMS से NJCS सदस्य राजेंद्र सिंह ने बताया कि बोनस के मुद्दे पर सभी पांचों सेंट्रल यूनियनों की ओर से प्रबंधन को 45 हजार रुपए बोनस देने का प्रस्ताव दिया गया, जिस पर लंबी बहस चली, लेकिन बोनस के मुद्दे पर कोई सहमति नहीं बन पाई।
शनिवार की देर रात तक चली बैठक में प्रबंधन ने आखिरकार बोनस की बैठक को दुर्गापूजा (Durga Puja) तक टाल दिया। अब बोनस को लेकर 10 अक्तूबर को नई दिल्ली में NJCS की बैठक आयोजित होगी, जिसमें मजदूरों के बोनस पर एक बार फिर से चर्चा की जाएगी।
पूर्व की भांति 26 हजार 200 रुपए बोनस देने पर अड़ा रहा प्रबंधन
हालांकि बैठक के दौरान प्रथम सत्र में यूनियन नेताओं ने प्रबंधन से प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स का तीन प्रतिशत बोनस के रूप में देने की भी मांग की, जिसका विरोध करते हुए प्रबंधन अपने पूर्व की भांति 26 हजार 200 रुपए बोनस देने पर अड़ा रहा। इस दौरान नेताओं ने कहा कि कंपनी ने 12015 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया है।
इसके आधार पर Bonus की राशि मांगी जा रही है। फिलहाल, 10 अक्तूबर तक बोनस के मुद्दे को टाले जाने के कारण बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel plant) के करीब नौ हजार कर्मचारियों को निराशा हाथ लगी है। ऐसे में यह तय है कि दुर्गा पूजा से पहले उन्हें बोनस की राशि का हाथ में आना मुश्किल है।