दुमका: Dumka में डायन करार (Witch Accused In Dumka) देकर एक ही परिवार के चार लोगों के प्रताड़ना मामले में पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
इन सभी लोगों पर आरोप था कि उन्होंने न केवल इन चार लोगों को जबरन मैला पिलाया बल्कि लोहा गर्म कर सभी के शरीर को भी दागा।
पीड़ित लोगों में दो की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए दुमका से देवघर (Deoghar) रेफर किया गया है।
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि गांव के ही ज्योतिन मुर्मू ने बैठक कर चारों के विरुद्ध पहले षडयंत्र रचा और उसके बाद मुनि सोरेन, लखीराम मुर्मू, सुनील मुर्मू, उमेश मुर्मू, मंगल मुर्मू ने मिलकर सम्बन्धित घटना को अंजाम दिया।
पुलिस के अनुसार सरैयाहाट थाना क्षेत्र स्थित अस्वारी गांव में डायन (Witch) के नाम पर तीन महिलाओं और एक पुरुष को गांव के ही कुछ लोगों नें जबरन नृशंस तरीके से प्रताड़ित किया।
चारों को बॉटल के जरिए जबरन मल-मूत्र पिलाया गया
एक ही परिवार के इन सभी चार लोगों को अंधविश्वास में डायन का आरोप लगा कर न केवल उनके साथ मारपीट की गई बल्कि उन्हें मैला (मल-मूत्र) भी पिलाया गया और लोहे को गर्म कर पूरे शरीर में दागा भी गया।
सरैयाहाट थाना प्रभारी विनय कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि अमानवीय सलूक की यह घटना शनिवार रात आठ बजे से शुरू हुआ जो जो रविवार को भी जारी रहा।
थाना प्रभारी के अनुसार अस्वारी गांव की रसी मुर्मू (55), सोनमुनी टुड्डू (60),कोलो टुड्डू (45), इन तीन महिलाओं के अलावा एक पुरुष श्रीलाल मुर्मू (40) को गांव के ही लोगों ने पहले डायन करार दिया और चारों की जमकर पिटाई कर दी। उसके बाद चारों को बॉटल के जरिए जबरन मल-मूत्र पिलाया गया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर सभी आरोपियों की तलाश शुरू कर दी
इतने में भी उन लोगों का मन नहीं भरा तो लोहा गर्म (Iron Hot) कर सबों के शरीर पर बेरहमी से दागना शुरू कर दिया। रविवार को भी चारों को पीटा गया।
थाना प्रभारी ने बताया कि घटना के बाद पीड़ित परिवार इस कदर सहमा हुआ था कि किसी ने पुलिस से मदद मांगने की हिम्मत तक नहीं की।
थाना प्रभारी के अनुसार रविवार को पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली तो गांव पहुंच पुलिस बल ने सभी चारों पीड़ितों को ईलाज के लिए पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरैयाहाट (Community Health Center Saraiyahat) में भर्ती कराया, जिसमें गंभीर स्थिति होने के कारण चिकित्सकों ने सोनामुनी टुड्डू और श्रीलाल मुर्मू को बेहतर इलाज के लिए देवघर रेफर कर दिया।
बाद में पुलिस ने मामला दर्ज (Case registered) कर सभी आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस की ओर से फिलहाल अस्वारी गांव में अतिरिक्त पुलिस जवानों को तैनात किया गया है,हालांकि गांव की स्थिति सामान्य है।