नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने (Narenda Modi) शनिवार पूर्वाह्न करीब 11ः35 बजे यहां प्रगति मैदान में 5जी सेवा (5G Service Launch) लॉन्च की।
इसी के साथ भारत संचार क्रांति में (India Communication Revolution) बड़ी छलांग लगाते हुए टेक्नोलॉजी के नए युग में प्रवेश कर गया।
प्रधानमंत्री के इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2022 के (Prime Minister’s India Mobile Congress) छठे संस्करण के उद्घाटन पर हुई इस लॉन्चिंग से समारोह स्थल तालियों से गूंज उठा।
आज प्रधानमंत्री मोदी भारत में 5G सर्विस लॉन्च की
इससे पहले 5G कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए केंद्रीय दूरसंचार मंत्री (Union Telecom Minister)अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी भारत में 5G सर्विस लॉन्च करने वाले हैं।
दूरसंचार के इतिहास में आज का दिन सुनहरे अक्षरों में दर्ज होगा।
टेलीकॉम गेटवे है। यह डिजिटल इंडिया की(Digital India ) नींव है।
यह हर व्यक्ति तक डिजिटल सेवाएं पहुंचाने का माध्यम है।
उन्होंने कहा कि 5G सेवासे कई क्षेत्रों जैसे शिक्षा (Education ), स्वास्थ्य (Health), कृषि (Farming), लॉजिस्टिक्स, बैंकिंग में मूलभूत परिवर्तन आएगा और नई संभावना पैदा होंगी।
डिजिटल क्षमताएं को बीच में रखकर उसके चारों तरफ नई सेवाएं बनेंगी।
कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए केंद्रीय दूरसंचार मंत्री
5G लॉन्च करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक प्रदर्शनी का निरीक्षण किया।
रिलायंस जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने 5जी सेवा के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी।
समूह प्रमुख मुकेश अंबानी भी प्रधानमंत्री के साथ मौजूद रहे। इंडिया मोबाइल कांग्रेस का समापन 4 अक्टूबर को होगा।
इसका विषय “न्यू डिजिटल यूनिवर्स” है।
इस सम्मेलन में उद्यमी, इनोवेटर्स और सरकारी अधिकारी डिजिटल टेक्नोलॉजी को तेजी से अपनाने, इसके प्रसार से होने वाले अद्वितीय अवसरों पर विचार-विमर्श करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाई स्पीड मोबाइल इंटरनेट सुविधा के शुभारंभ के दौरान दिल्ली के द्वारका सेक्टर 25 में मेट्रो के आगामी स्टेशन की भूमिगत सुरंग से 5G सेवाओं के कामकाज का प्रदर्शन भी देखा।
5G शिक्षकों को छात्रों के करीब की सुविधा प्रदान करने की क्षमता रखता है
इस बीच भारती Airtel और Relience Jio ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी और गृह प्रदेश गुजरात के अहमदाबाद में शनिवार को 5जी मोबाइल सेवा लॉन्च करने की घोषणा की है।
दोनों राज्यों में प्रदेश के मुख्यमंत्री इन स्थानों पर मौजूद होंगे।
5जी लॉन्चिंग के दौरान रिलायंस जियो ने मुंबई के एक स्कूल के एक शिक्षक को महाराष्ट्र, गुजरात और ओडिशा में तीन अलग-अलग स्थानों के विद्यार्थियों के साथ जोड़ा।
समारोह में मौजूद लोगों को दिखाया गया कि कैसे 5G शिक्षकों को छात्रों के करीब लाकर उनके बीच की फिजिकल दूरी को मिटाकर शिक्षा की सुविधा प्रदान करने की क्षमता रखता है।।
5G का सफल परीक्षण
इससे पहले भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (Telecom Regulatory Authority of India)देश में चार जगहों पर 5G का सफल परीक्षण कर चुका है।
इन चार स्थानों में दिल्ली का इंटरनेशल एयरपोर्ट (International Airport), बेंगलुरु की मेट्रो (Bengluru Matro), कांडला पोर्ट और भोपाल की स्मार्ट सिटी (Bhopal Smart City) का इलाका शामिल है।
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्वण कह चुके हैं कि देश में 5जी को धीरे-धीरे अलग-अलग चरण में लॉन्च किया जाएगा।
पहले चरण में 13 शहरों में सबसे पहले 5जी सेवा शुरू होगी। यह शहर हैं- दिल्ली(Delhi), मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, कोलकाता, जामनगर, लखनऊ और पुणे।
इसके दो साल बाद पूरे देश में 5जी सेवा का तेजी से विस्तार किया जाएगा।
उच्च गति पर डेटा के बड़े सेट के प्रसारण
उल्लेखनीय है कि 5जी अगली पीढ़ी की मोबाइल नेटवर्क क्षमता है।
यह उच्च गति पर डेटा के बड़े सेट के प्रसारण की(Data At High Speed) सुविधा प्रदान कर सकती है।
3जी और 4जी की तुलना में 5जी में न्यूनतम विलंब के साथ डेटा की एक निश्चित मात्रा को संसाधित करने की क्षमता है।
माना जा रहा है कि 5जी तकनीक के जरिए मोबाइल इंटरनेट की स्पीड 4जी से 10 गुना ज्यादा हो जाएगी।
वर्चुअल रियलिटी के क्षेत्र को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी
स्वास्थ्य सेवाओं में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ेगा।
दूरस्थ ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में इस तकनीक के जरिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग(video conferencing) से गंभीर बीमारियों के इलाज की भी व्यवस्था हो सकेगी।
होटल और हॉस्पिटालिटी सेक्टर में (Hospital Sector)भी रोबोट का इस्तेमाल करना संभव हो सकेगा।
वर्चुअल रियलिटी के क्षेत्र को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसके जरिए आभासी टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
शिक्षा और शोध के क्षेत्र में तेज इंटरनेट
कृषि क्षेत्र में ड्रोन का इस्तेमाल प्रभावी तरीके से हो सकेगा।
साथ ही मौसम की जानकारी का अंदाजा ज्यादा सटीकता से लगाया जा सकेगा।
शिक्षा और शोध के (Education or Reserch) क्षेत्र में तेज इंटरनेट और ज्यादा कनेक्टिविटी से बेहतर और जल्दी परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे।
अभी प्रयोग के स्तर पर चलाई जा रही ड्राइवर लेस कार और ड्राइवर लेस मेट्रो के संचालन को और बखूबी के साथ अंजाम दिया जा सकेगा।