रांची: रांची की सड़कों पर दो वर्ष बाद आस्था का उल्लास उमड़ पड़ा है। मां अंबे के दर्शन (Maa Ambe Darshan) और आशीर्वाद को लेकर पूजा पंडाल भक्तों (Ranchi Puja Pandal) की भीड़ में डूब चुके हैं।
शक्ति संचय के महापर्व शारदीय नवरात्र में शहर में गूंज रहे देवी मंत्र से वातावरण में भक्ति की रसधारा बह रही है। चारों ओर उत्साह का माहौल (Excitement All Around) है।
शारदीय नवरात्र की सप्तमी तिथि को पूजा अर्चना के बाद मां दुर्गा की प्रतिमा का पट खोला गया है। पट खुलते ही पूजा पंडालों में मां दुर्गा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
आकर्षण केन्द्र बना आरआर स्पोर्टिंग क्लब का झारखंड की लोक कला संस्कृति : रातू रोड स्थित आरआर स्पोर्टिंग क्लब (RR Sporting Club) के दुर्गापूजा पंडाल में भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है।
हर कोई पंडाल की खूबसूरती और माता के दर्शन को व्याकुल दिखाई दे रहा। यहां का पंडाल झारखंड की लोक कला संस्कृति पर आधारित है।
हरमू रोड मारवाड़ी भवन (Harmu Road Marwari Bhawan) परिसर स्थित सत्य अमर लोक में राज्य की कला संस्कृति देखने के लिए लोग जुटने लगे हैं।
लोग पंडाल में दर्शायी गयी कला-संस्कृति (Art Culture) को निहार रहे हैं। बांस की कारीगरी को देख मंत्रमुग्ध हो रहे़ मुख्य प्रवेश द्वार के दोनों ओर परी भक्तों का स्वागत करती नजर आ रही हैं।
कचहरी चौक स्थित संग्राम क्लब पूजा समिति ने पंडाल को पूरी तरह से Eco Friendly बनाया है। पंडाल निर्माण में प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया है़ पंडाल को बांस और जूट से बनाया गया है।
पंडाल का पट खुलते ही भक्तों की भीड़ जुटने लगी पंडाल के भीतर मां के विभिन्न रूपों और विष्णु अवतार काे दिखाया गया है।
बांधगाड़ी में पुआल की डोरी से बना 70 फीट ऊंचा इको फ्रेंडली पंडाल : दीपाटोली बांधगाड़ी में इस वर्ष इको फ्रेंडली पंडाल का निर्माण कराया गया है।
यहां पुआल की डोरी से 70 फीट ऊंचा पंडाल बनाया गया है। पश्चिम बंगाल के कोंटई (Contai) से आये तीन दर्जन कारीगरों ने 46 दिनों में इस आकर्षक पंडाल को बनाया है।
इसमें 100 मूर्तियां स्थापित की गयी हैं, जो श्रद्धालुओं को राजस्थान की ग्रामीण जीवन शैली से रू-ब-रू करा रही हैं।
पंडाल के अंदर स्थापित मां दुर्गे की 13 फीट ऊंची प्रतिमा श्रद्धालुओं को भावविभोर कर रही है़ आयोजक रमेश गोप ने बताया कि पूजा स्थल के परिसर में डांडिया की भी व्यवस्था है।
कोकर में अमरनाथ यात्रा का दर्शन : कोकर दुर्गा पूजा कमिटी का पंडाल लोगों को काफी आकर्षित कर रहा है। यहां अमरनाथ यात्रा का दर्शन (Amarnath Yatra Darshan) कराया गया है।
इस दौरान लोगों को मुख्य गुफा में भी प्रवेश कर दर्शन कराया जायेगा। मुख्य गुफा में प्रवेश के लिए सीढ़ी का प्रयोग करना होगा। आयोजन पर 16 लाख रुपये खर्च हुआ है।
एचबी रोड ने काल्पनिक मंदिर बनाया : कोकर दुर्गा पूजा एचबी रोड (HB Road) ने काल्पनिक मंदिर बनाया है। पंडाल की ऊंचाई 60 फीट, लंबाई 40 और चौड़ाई 48 फीट है जबकि मूर्ति की ऊंचाई 12 फीट है।
चर्च रोड दुर्गा पूजा समिति, महावीर मंदिर मेन रोड के पंडाल में कालरात्रि गुफा से ऊपर बने शिवलिंग पर जलाभिषेक का दृश्य सबको मोहित कर रहा है। यहां महिषासुर प्रसंग भी दिखाया जा रहा है।
त्रिकोण हवन कुंड : सुभाष चौक (Subhash Chowk) स्थित त्रिकोण हवन कुंड ने राजस्थान का एक किला बनाया है। यह देखने में काफी आकर्षक लग रहा है।
सचिव रमेश गुप्ता ने कहा कि पंडाल इको फ्रेंडली है। पंडाल के बीचों-बीच परी है, जो लोगों को शांति का संदेश दे रही है।