मुंबई: केंद्रीय मंत्री (Central Minister) नारायण राणे ( Narayan Rane) ने कहा कि छगन भुजबल की तरह ही संपत्ति अनियमितता मामले में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की भी जांच की जाएगी।
इस संबंध के सभी सबूत (Evidence) उन्होंने जहां देना है, पहुंचा दिया है। बहुत जल्द ही उद्धव ठाकरे की संपत्ति अनियमितता की (Property Irregularity) जांच की जाएगी।
काला धन सफेद करने का भी आरोप लगाया
नारायण राणे ने शुक्रवार को पत्रकारों को (journalists) बताया कि संपत्ति अनियमितता (Property Irregularity) मामले में राकांपा नेता छगन भुजबल के सीए चतुर्वेदी ही उद्धव ठाकरे के CA हैं। चतुर्वेदी ने उद्धव ठाकरे का गलत मार्ग से आया काला धन (Black Money) सफेद किया है।
राणे ने कहा कि इसके सभी सबूत (Evidence) संबंधित विभाग तक पहुंचा दिए गए हैं। जांच से छुटकारा नहीं मिल सकता है।
नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे पर कोरोना कालखंड में शिवसेना के मुखपत्र दैनिक सामना के नाम पर काला धन (Black Money) सफेद करने का भी आरोप लगाया है।
इस मामले को लेकर गौरी भिड़े नामक महिला ने हाई कोर्ट में (High Court) जनहित याचिका दाखिल की है, इसकी भी जांच होने वाली है।
उन्होंने कहा कि वे CM एकनाथ शिंदे को कहेंगे कि उद्धव ठाकरे और मातोश्री की सुरक्षा हटा लें, फिर उद्धव ठाकरे घर से बाहर नहीं निकल सकेंगे।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के डेढ़ वर्ष के पोते की भी आलोचना
नारायण राणे ने कहा कि शिवसेना का दशहरा सम्मेलन सिर्फ तमाशा बन कर रह गया। इससे पहले स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के दशहरा सम्मेलन में कोई भी शिवसेना कार्यकर्ता (Shiv Sena Worker) भाषण बीच में छोड़कर जाता नहीं था।
इस भाषण के दौरान उद्धव ठाकरे ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व सहित CM एकनाथ शिंदे के डेढ़ वर्ष के पोते की भी आलोचना की।
नारायण राणे ने कहा कि इसके बाद जब तक शिवसेना की ओर से इस तरह का भाषण न करने का शपथपत्र (Affidavit) नहीं दिया जाएगा, तब तक उन्हें सार्वजनिक सभा की अनुमति नहीं दी जाएगी।