रांची: ED की टीम ने मनी लाउंड्रिंग मामले (Money laundering cases) में कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल (Amit Agarwal) को गिरफ्तार किया है।
ED के अधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि व्यवसायी अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी पीआईएल केस में हुई है। इस मामले में पश्चिम बंगाल के दो और झारखंड के दो पुलिस अधिकारी (Police officer) भी जांच के घेरे में है।
कोलकाता में गिरफ्तार अमित अग्रवाल को शनिवार को कोलकाता से रांची (Kolkata to Ranchi) लाया जाएगा, जहां उन्हें ED के विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
एक करोड़ रुपये में हुई थी डील
ED के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार ED अधिकारियों की एक टीम उससे पूछताछ करने गई थी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अमित अग्रवाल का नाम झारखंड में अवैध खनन घोटाले (Illegal mining scam) से संबंधित ED की अभियोजन शिकायत में प्रमुखता से आया था।
ED को यह भी जानकारी मिली है कि अमित अग्रवाल अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग मामले में शामिल था।
हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार के खिलाफ भी कोलकाता पुलिस में अमित अग्रवाल (Amit Agarwal) ने ही शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि अधिवक्ता राजीव कुमार ने शेल कंपनी से संबंधित जनहित याचिका 4290/21 में उनका नाम नहीं घसीटने के लिए 10 करोड़ रुपये की मांग की, बाद में एक करोड़ रुपये में Deal हुई थी।
ED ने जांच करने का फैसला किया और मामले को टेक ओवर कर लिया
इस शिकायत के बाद 31 जुलाई को कोलकाता पुलिस ने राजीव कुमार को कोलकाता से गिरफ्तार किया और दावा किया कि उनके कब्जे से 50 लाख रुपये भी बरामद किए गए।
इस मामले में कोलकाता पुलिस ने ED के रांची जोन के तत्कालीन उपनिदेशक सुबोध कुमार (Subodh Kumar) को भी तलब किया था। अपने एक अधिकारी का नाम सामने आते ही ED ने जांच करने का फैसला किया और मामले को टेक ओवर कर लिया।