रांची : अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ (Jharkhand Primary Teachers Association) के नेतृत्व में राज्यभर के शिक्षक आंदोलन (Teacher Movement) करने के मूड में हैं। हालांकि इस पर वे रविवार को फैसला लेंगे।
इसको लेकर शिक्षकों ने सभी जिलों के उपायुक्तों को शनिवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संगठन ने आरोप लगाया कि इस प्रदेश में राज्य सरकार (State government) द्वारा शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष बृजेंद्र चौबे और महासचिव राममूर्ति ठाकुर (Ramamurthy Thakur) ने इस बारे में बताया कि शिक्षकों को सुनिश्चित वृत्ति उन्नयन योजना के लाभ से अब तक वंचित रखा गया है, जबकि बिहार सरकार ने इसे अपने शिक्षकों के लिए लागू कर दिया है।
अंतर जिला स्थानांतरण की वर्तमान व्यवस्था को नाकाफी और अपूर्ण बताया
संघ के मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि शिक्षकों के अंतर जिला स्थानांतरण की वर्तमान व्यवस्था नाकाफी और अपूर्ण है। इसमें आवश्यक संशोधन किया जाना बेहद जरूरी है।
साथ ही शिक्षक अपने अस्तित्व की रक्षा करने के लिए सड़क पर उतरने को मजबूर हैं, क्योंकि आए दिन शिक्षको को अत्यधिक लिपिकीय कार्यों में उलझाकर शिक्षण व्यवस्था (Educational system) को बाधित किया जा रहा है।
इस मौके पर संतोष कुमार, असदुल्ला, राकेश कुमार, अजय ज्ञानी, कृष्णा शर्मा, दीपक दत्ता, अनिल कुमार, बाल्मीकि कुमार, हरेकृष्ण चौधरी, प्रभात कुमार, राजेश कुमार, संजय कुमार, धीर दुबे, अमरेश सिंह, नंदकिशोर यादव, रामचंद्र खैरवार, सुरंजन कुमार, सुनील दुबे, दिलीप श्रीवास्तव, रमेश कुमार, सचिदानंद सिंह समेत अन्य शिक्षक शामिल थे।
शिक्षक संघ की मुख्य मांगें इस प्रकार हैं –
-शिक्षकों के लिए MACP लागू करना।
-छठे वेतनमान की विसंगतियों को दूर करना।
-अंतरजिला स्थानांतरण को सरल और सुलभ करना।
-शिक्षकों को अत्याधिक लिपिकीय और गैर शैक्षणिक कार्यों (Non Academic Work) से मुक्त किया जाना।