नई दिल्ली: आज भी खेती से लोग कमाई के नए रिकॉर्ड (Record) बना रहे हैं। इस खेती से बम्पर आय (Bumper Income) तो होगी ही इसके खराब होने के भी काफी कम गुंजाइश होती है।
इस खेती की उपज को आप दो तरह से बाजार में बेच सकते हैं। जबकि दोनों में मुनाफा एक सा मिल सकता है। जी हां! ये खेती पपीते (Papaya) की है।
यह फल शरीर के लिए काफी लाभकारी माना जाता है। इसमें अत्यधिक मात्रा में पोषक तत्व (Nutrients) पाए जाने के चलते इसके बिजनेस में बंपर मुनाफा कमाया जा सकता है।
पूरी दुनिया में करीब 60 लाख टन पपीता का उत्पादन होता है। जिसमें से करीब 30 लाख टन पपीता का उत्पादन भारत (India) में होता है। पपीता उत्पादन के मामले में भारत पूरी दुनिया में सबसे आगे है।
इसके अलावा ब्राजील, मैक्सिको, नाइजीरिया, इंडोनेशिया, चीन, पेरू, थाइलैंड और फिलीपींस में भी पपीता का उत्पादन होता है। घरेलू उत्पादन का सिर्फ 0.8 फीसदी हिस्सा एक्सपोर्ट किया जाता है। जबकि बाकी खपत देश के भीतर की जाती है।
फायदे ही फायदे हैं पपीते से
आम के बाद पपीता में विटामिन A (Vitamin A) सबसे ज्यादा पाया जाता है। यह कोलेस्ट्रोल (Cholesterol) , शुगर (Sugar) और वजन घटाने (Weight Loss) में मदद करता है।
इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और महिलाओं को पीरियड्स (Periods) के दौरान भी दर्द कम करता है। पपीते में पाया जाने वाला एंजाइम पपेन (Enzyme Papain) में सबसे ज्यादा औषधीय गुण (Medicinal Properties) पाए जाते हैं।
इसकी मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इस फल को खाने के अलावा च्विंगम, कॉस्मेटिक्स, फार्मा इंडस्ट्री आदि के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
देश में पपीता के लिए दिल्ली (Delhi) और मुंबई (Mumbai) सबसे बड़े मार्केट हैं। इसके अलावा जयपुर, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद हैं. गुवाहाटी, अहमदाबाद, लखनऊ, पटना, रायपुर, बड़ौत और जम्मू के बाजारों में आवक अच्छी खासी है।
पपीता की खेती करने वाले किसानों के लिए सुनहरा मौका, एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) योजना के अंतर्गत पपीता प्रति इकाई के लिए सरकार दे रही 75% का अनुदान। अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के सहायक निदेशक उद्यान से संपर्क करें।@Agribih @AgriGoI @_Sudhaker_singh @saravanakr_n pic.twitter.com/rKVuEKK7Kr
— Directorate Of Horticulture, Deptt of Agri, Bihar (@HorticultureBih) September 7, 2022
पौधे लगाने का तरीका
अगर आप भी पपीते की खेती करना चाहते हैं तो फिर जुलाई से लेकर सितंबर महीने (July – Sep) और फरवरी-मार्च (Feb – Mar) महीने के बीच इसके बीज को बोने का काम कर सकते हैं।
इसे 1.8X1.8 मीटर की दूरी पर पौधे लगाने के तरीके से खेती करने पर प्रति हेक्टेयर करीब 1 लाख रुपये लागत आती है।
खाद पर ध्यान देना जरूरी
एक्सपर्ट्स (Experts) का मानना है कि पपीते के पौधों के लिए खाद (Fertilizer) का काफी ध्यान देना चाहिए। मई-जून के मौसम में हर हफ्ते पेड़ों की सिंचाई (Irrigation) करनी चाहिए। ताकि उत्पादन बेहतर रहे।
बिहार सरकार की बेजोड़ योजना
पपीते की खेती के लिए बिहार सरकार (Bihar Government) 75 फीसदी तक सब्सिडी मुहैया कराती है। अन्य राज्य सरकारों की भी अलग-अलग सब्सिडी है।
पपीते की खेती के जरिए लाखों रुपये की आसानी से कमाई की जा सकती है। अगर पपीते के पेड़ की अच्छी तरह से देखभाल की जाए और समय-समय पर गुड़ाई करते रहें तो हर पेड़ से 50 किलो तक फल आसानी से मिल जाएंगे।