रांची: राज्य के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग ने (State Agriculture, Animal Husbandry and Cooperation Department) शिक्षित बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृत्रिम गर्भाधान एवं मवेशियों के प्राथमिक उपचार से (Artificial Insemination and First Aid For Cattle) संबंधित प्रशिक्षण देने की योजना बनाई है।
इसके तहत राज्यभर के 1000 बेरोजगार युवाओं को इन विषयों में ट्रेंड किया जायेगा।
तीन माह का प्रशिक्षण मिलेगा
इसके लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 में ग्रामीण भारत के बहुउद्देशीय कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन प्रशिक्षण (Artificial Insemination) दिया जाना है।
हर जिले के लिए अलग-अलग लक्ष्य तय किये गए हैं।
चयनित प्रशिक्षणार्थियों को ऐसे कृत्रिम गर्भाधान सेंटर (Artificial Insemination Centre) पर तैनात किया जायेगा, जहां पहले से ऐसे सेंटर पर कोई कार्यरत ना हो।
चयनितों को तीन माह का प्रशिक्षण मिलेगा। इसमें 30 दिन सैद्धांतिक और 60 दिनों की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (Practicle Training) शामिल है।
एवज में उन्हें अनुमोदित मानदेय भी मिलेगा
आवेदक की आयु 18 वर्ष से 45 वर्ष के बीच की हो। कम से कम मैट्रिक पास हो। इंटर (बायोलॉजी से उत्तीर्ण) पास को वरीयता मिलेगी।
नामांकन शुल्क के (Admisson Fee ) तौर पर 2000 रुपये देने होंगे।
सरकार की ओर से चयनितों को एक महीने तक सैद्धांतिक क्लास (30 दिन) का प्रशिक्षण नि:शुल्क मिलेगा। 90 दिनों की ट्रेनिंग के बाद एक प्रमाण पत्र एवं महत्वपूर्ण उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
सरकार द्वारा निर्धारित कार्यों (कृत्रिम गर्भाधान, गर्भ जांच व अन्य) के एवज में उन्हें अनुमोदित मानदेय भी मिलेगा।