मेदिनीनगर: जल जीवन मिशन के (Jal Jeevan Mission) तहत जिले में पेयजल गुणवत्ता बनाये रखने व पानी के बेहतर रख-रखाव से संबंधित मंगलवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन ब्लू बर्ड्स होटल में (Blue Birds Hotel Organized One Day Workshop) किया गया।
कार्यशाला का उद्घाटन उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे,सांसद और विधायक प्रतिनिधियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
स्वच्छता होगी वहां उन्नत होना लाजिमी
उपायुक्त ने कहा कि आज के दौर में पेयजल का महत्व बताने की आवश्यकता नहीं है। बस सभी को इतना समझ होना चाहिए कि शुद्ध पेयजल के (Pure Drinking Water) बिना जीवन की परिकल्पना अधूरी है।
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य (Goverment Goals) 2024 तक जिले के प्रत्येक घर को नल से जल पहुंचाने का है, जिसमें आप सभी का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि जहां स्वच्छता (Hygiene) होगी वहां उन्नत होना लाजिमी है।
भस्मक के निर्माण कराने का लक्ष्य रखा गया है
स्वच्छता विभाग के कार्यपालक (Sanitation Department Executive) अभियंता आशुतोष कुमार ने बताया कि जिले में 3 लाख 63 हज़ार घर में टैप वाटर के माध्यम से जल पहुंचाने का लक्ष्य है, जिसमें से अबतक 52 हज़ार घरों में नल से जल पहुंचाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
उन्होंने कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की दूसरी योजना स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 के (The second scheme of the Department of Drinking Water and Sanitation, Swachh Bharat Mission, Rural Phase-2) तहत जिले के 267 पंचायत को 1 स्टार में मार्क कर दिया गया है।
साथ ही वित्तीय वर्ष 22-23 में गोबर्धन, प्लास्टिक शेड एवं माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के तहत भस्मक के निर्माण कराने का लक्ष्य रखा गया है।