नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार को पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान और दिल्ली-NCR क्षेत्र में करीब 50 से अधिक स्थानों पर सर्च ऑपरेशन (NIA Search operation) चलाया।
NIA के प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस सर्च ऑपरेशन का उद्देश्य भारत और विदेशों में स्थित आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों के बीच उभरते हुए गठजोड़ को नष्ट करना था। गिरोह के कुछ लोगों और उनके सहयोगियों की पहचान की गई है।
NIA के अनुसार इस छापे और तलाशी का दूसरा दौर शीर्ष गैंगस्टरों, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में स्थित उनके आपराधिक और व्यापारिक सहयोगियों और यूपी, राजस्थान और दिल्ली में स्थित हथियार आपूर्तिकर्ताओं (Weapons suppliers) पर कार्रवाई का हिस्सा है।
आज के ऑपरेशन में अवैध शराब (Illicit liquor) सप्लाई माफिया में शामिल उनके साथियों को भी निशाना बनाया गया। जिसमें गांव बसोदी, सोनीपत, हरियाणा निवासी राजेश उर्फ राजू मोटा शामिल है।
NIA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और अपराध नेटवर्क को खत्म करने के चल रहे प्रयासों में, NIA ने 52 स्थानों पर तलाशी ली।
एनआईए के अनुसार, अबोहर, भटिंडा, मुक्तसर साहब, मोगा, लुधियाना, चंडीगढ़, पंजाब के मोहाली जिले, पूर्वी गुरुग्राम, भिवानी, यमुना नगर, सोनीपत, महेंद्रगढ़, मानेसर, रेवाड़ी, रोहतक और हरियाणा के झज्जर जिले, चुरू, भरतपुर और अलवर जिले राजस्थान, नोएडा, बुलंदशहर और सोनभद्र, द्वारका, दिल्ली/एनसीआर के बाहरी उत्तर, मध्य, बाहरी और उत्तर पूर्व जिले में छापेमारी की गई।
तलाशी के दौरान गोला-बारूद सहित पांच पिस्तौल/रिवॉल्वर जब्त किए गए
वहीं राजस्थान के चुरू के संपत नेहरा के घर पर आज सुबह छापेमारी (Raid) की गई। वहीं नरेश सेठी (झज्जर-हरियाणा का कुख्यात गैंगस्टर ,सुरेंदर उर्फ चीकू नारनौल हरियाणा, बवाना-दिल्ली के नवीन उर्फ बाली, इसी क्रम में ताजपुर-बाहरी दिल्ली के अमित उर्फ दबंग, गुरुग्राम हरियाणा के अमित डागर, संदीप उर्फ बंदर, सलीम उर्फ उत्तर-पूर्वी दिल्ली और बुलंदशहर-यूपी के कुर्बान, रिजवान खुर्जा और उनके सहयोगी के घर शामिल है।
NIA ने तलाशी के दौरान गोला-बारूद (Arms and ammunition) सहित पांच पिस्तौल/रिवॉल्वर जब्त किए गए हैं। इनमें आसिफ खान, एडवोकेट निवासी गौतम विहार, उस्मानपुर, उत्तर पूर्वी दिल्ली के घर से चार पिस्टल शामिल है।
वह हरियाणा और दिल्ली के विभिन्न गैंगस्टरों से जुड़ा था। NIA के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ऐसे आतंकी नेटवर्कों के साथ-साथ उनकी फंडिंग और सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर (Funding and support infrastructure) को खत्म करने के लिए जारी रहेगी।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये गिरोह हत्याओं को अंजाम दे रहे थे और ड्रग्स और हथियारों की तस्करी (Drugs and arms smuggling) के जरिए ऐसी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन भी जुटा रहे थे।