लंदन: Indian-origin Rishi Sunak (भारतीय मूल के ऋषि सुनक) ब्रिटेन के नए PM बन इतिहास रचेंगे और ठीक दिवाली के दिन इसका रास्ता साफ होने पर ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों ने इसे ‘‘ऐतिहासिक और प्रेरणादायी’’ पल करार दिया।
पेनी मॉर्डंट के दौड़ से हटने की घोषणा के बाद सुनक को कंजरवेटिव पार्टी का निर्विरोध नेता चुन लिया गया है।
भारतीय मूल के व्यक्ति को देखना वास्तव में प्रेरणादायक
ब्रिटिश-भारतीय थिंक टैंक ‘द 1928 इंस्टिट्यूट’ ने कहा, ‘‘ऋषि सुनक को पहले British Indian Prime Minister (ब्रिटिश भारतीय प्रधानमंत्री) बनते देखने के ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनना अविश्वसनीय है।’’
इसने कहा, ‘‘हमारे दादा-दादी ब्रिटिश के अधीन थे और अब ब्रिटेन के सर्वोच्च कार्यालय में किसी भारतीय मूल के व्यक्ति को देखना वास्तव में प्रेरणादायक है।’’
लंदन स्थित ‘इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज’ (IISR) में दक्षिण एशिया के सीनियर फेलो राहुल रॉय चौधरी ने कहा कि ब्रिटिश-भारतीय समुदाय की आबादी लगभग 17 लाख है, जोकि कुल आबादी का करीब 2.5 फीसदी है, ऐसे में हालिया समय में भारतीय मूल के किसी व्यक्ति के ब्रिटेन का PM बनने की संभावना कम ही थी।
महत्वपूर्ण कौशल और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा
उन्होंने कहा कि सुनक का विदेश नीति और रक्षा संबंधी मुद्दों पर परखा जाना बाकी है। साथ ही भारत के साथ वास्तव में comprehensive strategic (व्यापक रणनीतिक) साझेदारी को आगे ले जाने में भी उनके कदमों पर नजरें टिकी रहेंगी।
वहीं, ब्रिटेन में पढ़ रहे भारतीय छात्र भी सुनक की जीत से खासे उत्साहित हैं, जो आशान्वित हैं कि उनके नेतृत्व वाली सरकार में दोनों देशों के विकास के लिए महत्वपूर्ण कौशल और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा।