मुंबई: Foreign Markets (विदेशी बाजारों) में तेजी के साथ सकरात्मक वृहत आर्थिक आंकड़ों से घरेलू शेयर बाजारों (Domestic Stock Exchanges) में मंगलवार को भी तेजी का रुख जारी रहा और सेंसेक्स 61,000 अंक के पार निकलकर नौ माह के उच्चस्तर पर पहुंच गया।
कारोबारियों ने कहा कि रुपये की विनियम दर में सुधार और विदेशी निवेशकों की लिवाली से भी बाजार को समर्थन मिला।
BSE का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स लगातार चौथे कारोबारी सत्र में लाभ में रहा और 374.76 अंक यानी 0.62 प्रतिशत की बढ़त के साथ 61,121.35 अंक पर बंद हुआ। इस साल 17 जनवरी के बाद सेंसेक्स पहली बार 61,000 अंक के स्तर से ऊपर बंद हुआ है।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) का निफ्टी भी 133.20 अंक यानी 0.74 प्रतिशत चढ़कर 18,145.40 अंक पर पहुंच गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में NTPC के शेयर में सबसे अधिक पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पावरग्रिड, डॉ रेड्डीज, इन्फोसिस, टीसीएस, अल्ट्राटेक सीमेंट, HCL टेक्नोलॉजीज, सन फार्मा और एशियन पेंट्स के शेयर भी प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
दूसरी तरफ केवल एक्सिस बैंक, मारुति, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा स्टील के शेयरों में गिरावट दर्ज (Shares Fall) की गई।
केंद्रीय बैंकों की बैठकों से पहले वैश्विक बाजारों ने तेजी का सिलसिला बरकरार रखा
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज (Financial Services) के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘विदेशी निवेशकों की लिवाली और वैश्विक बाजारों के समर्थन से तेजड़िये घरेलू बाजार को मजबूती दे रहे हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘खरीद प्रबंधन सूचकांक (पीएमआई) के आंकड़े बताते हैं कि अक्टूबर में भारत में विनिर्माण संबंधी गतिविधियां मजबूत रहीं और नए ऑर्डर एवं उत्पादन में वृद्धि के रूप में मूल्य निर्धारण दबाव को नियंत्रण में रखा गया।’’
नायर ने कहा, ‘‘ब्याज दरों में बढ़ोतरी की रफ्तार में कमी के किसी भी संकेत के लिए निवेशक केंद्रीय बैंकों की नीतिगत बैठकों पर नजर रख रहे हैं।’’
वहीं, माल एवं सेवा कर संग्रह (GST) अक्टूबर में 16.6 प्रतिशत बढ़कर 1.52 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। यह अबतक का दूसरा सबसे ऊंचा GST संग्रह का आंकड़ा है।
इसके अलावा BSE मिडकैप में 1.04 प्रतिशत और स्मॉलकैप (Smallcap) में 0.26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
इस सप्ताह केंद्रीय बैंकों की बैठकों से पहले वैश्विक बाजारों ने तेजी का सिलसिला बरकरार रखा।
विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने हुए हैं
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में बंद हुए।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में मिला-जुला रुख रहा। अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.45 प्रतिशत बढ़कर 94.16 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयर बाजार (Share Market) के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने हुए हैं। उन्होंने सोमवार को 4,178.61 करोड़ रुपये के मूल्य के शेयर खरीदे।