दुमका: अवैध उत्खनन के मामले काफी अधिक बढ़ गए हैं। एक ऐसा ही पत्थरों के अवैध उत्खनन का मामला शिकारीपाड़ा (Illegal Mining Case Shikaripada ) इलाके से सामने आया है। पत्थरों के अवैध उत्खनन को लेकर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है।
मिली जानकारी के अनुसार पोखरिया मौजा में अवैध पत्थर खदान का संचालन (Illegal Stone Quarry Operation) कर रहे पत्थर कारोबारी धनंजय सिंह को मंगलवार 8 नवंबर को उसके खदान से ही गिरफ़्तार कर लिया गया।
बता दे रैयतों और प्रखंड प्रमुख के दबाव के कारण प्रशासन धनंजय सिंह को गिरफ़्तार करने को विवश हुई।
पुलिस की ओर से नहीं होती थी कोई कार्रवाई
दरअसल मंगलवार की सुबह शिकारीपाड़ा (Shikaripada) के प्रखण्ड प्रमुख हुदू मराण्डी ग्रामीणों को साथ लेकर खदान पहुंच गए और खुद अवैध उत्खनन में लगे पांच हाइवा व दो पोकलेन, भारी मात्रा मे विस्फोटक जिसमें डायनामाइट, डेटोनेटर, अमोनियम नाइट्रेट आदि अपने कब्जे मे ले लिया।
हुदू मरांडी (hudo marandi) का कहना था कि इस अनियमितता की जानकारी कई बार खनन विभाग, सीओ और पुलिस को दी गई थी।
लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती थी। मजबूरन रैयतों को ही मोर्चा संभालना पड़ा। और इसके परिणामस्वरूप Police ने आरोपी को गिरफ्तार।
मौके से भारी मात्रा में एक्सप्लोसिव भी जब्त किया गया
खदान पहुंचे प्रमुख ने शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी व सीओ राजू कमल (CO Raju Kamal) को सूचना देकर पत्थर खदान आने का आग्रह किया। दोनों पदाधिकारी खदान स्थल पर पहुंचे और जिले के वरीय पदाधिकारी को इसकी सूचना दी गई।
जिले से डीएममो कृष्ण कुमार किस्कू, एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी मौके पर पहुंचे औच जांच शुरु करते हुए दो पोकलेन व पांच हाइवा को जब्त कर लिया।
मौके से भारी मात्रा में एक्सप्लोसिव भी जब्त किया गया। पुलिस ने मौके से ही खदान संचालक धनंजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
खदान मालिक के पास पहले था माइनिंग का लाइसेंस
जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू (Krishna Kumar Kisku) ने बताया कि धनंजय सिंह के पास पहले माइनिंग का लाइसेंस था। लेकिन कई महीनों से उसका सीटीओ फेल हो चुका था।
साथ ही वो तयशुदा उत्खनन क्षेत्र से बाहर भी जाकर खनन कार्य कर रहा था। कहा कि ग्रामीणों ने हमारा सहयोग किया है।
इधर दुमका SDPO नुर मुस्तफ़ा ने कहा कि अवैध उत्खनन को लेकर नज़र थी और आज यह कार्रवाई हुई है। आरोपी धनंजय सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।
बता दे ऐसे अवैध खनन के कई मामले पुलिस तक पहुंचती है लेकिन अफसोस की बात है कि पुलिस ऐसे मामलों पर जल्दी कार्रवाई नहीं करती है।
और हाल के दिनों में पहली बार किसी खदान संचालक (Mine Operator) को ही गिरफ़्तार किया गया। रैयतों के दबाव में प्रशासन की इस बड़ी कार्रवाई से शिकारीपाड़ा के पत्थर औद्योगिक क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।