नई दिल्ली: डिजिटल बैंकिंग (Digital Banking) के दौर में बैंकिंग संबंधी कामकाज के लिए अगर आपको बैंक जाना जरूरी है, तो यह आपके काम की खबर है। दरअसल 19 नवंबर को देशभर के बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर रह सकते हैं।
(Bank strike) अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) ने एक दिन के देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) ने यह जानकारी दी।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने रेग्युलेटरी फाइलिंग में बताया कि AIBEA के महासचिव ने भारतीय बैंक संघ (IBA) को एक दिन के हड़ताल का नोटिस दिया है।
ATM सर्विस भी हो सकती है प्रभावित
19 नवंबर, 2022 शनिवार पड़ रहा है। हर महीने के दूसरे चौथे शनिवार को बैंक वैसे ही बंद रहता है। लेकिन इस महीने के तीसरे शनिवार को भी हड़ताल के चलते बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होंगी।
एक तो शनिवार को बैंक हड़ताल पर रहेंगे तो अगले ही दिन रविवार होने के चलते छुट्टी है। ऐसे में बैंक ATM पर दो दिनों तक कैश की कमी का सामना आम लोगों को करना पड़ सकता है।
बैंक कर्मचारी अपनी कई मांगों को लेकर हड़ताल पर जा रहे हैं. जिसमें प्रमुख है बैंक यूनियन में एक्टिव बैंकरों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई।
बैंक यूनियन का कहना है कि बैंकरों को जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है। बैंक यूनियन (Bank Union) से जुड़े बैंकरों की छंटनी की जा रही या फिर उन्हें बर्खास्त किया जा रहा है।
जानें क्या कहा गया नोटिस में
इस नोटिस में बताया गया है कि उनके सदस्य 19 नवबंर को हड़ताल पर जाने का प्रस्ताव रखा है। बैंक ने कहा कि हड़ताल वाले दिन में बैंक की शाखाओं में कामकाज जारी रखने के लिए आवश्यक कदम उठाया जा रहा है, लेकिन हड़ताल होने पर उस दिन बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रह सकती है।
इससे पहले अक्टूबर में, AIBEA के जनरल सेक्रेटरी सीएच वेंकटचलम ने एक बयान में कहा था कि “यूनियन में सक्रिय रहने वाले बैंकरों को निशाना बनाकर उत्पीड़न किए जाने के विरोध में उनके सदस्य हड़ताल करेंगे।”
उन्होंने कहा था, “हाल ही में ऐसे बैंकरों पर हमले न केवल बढ़े हैं, बल्कि उनके खिलाफ उठाए जा रहे सभी कदमों में एक तरफ की समानता दिख रही है।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक वेंकटचलम ने सदस्यों से कहा, “इन हमलों में एक साजिश है। पागलपन का भी कोई न कोई तरीका होता है। इसलिए, हमें AIBEA के स्तर पर इन हमलों का विरोध, जवाबी कार्रवाई और प्रतिकार करना होगा।”
वेंकटचलम का दावा है कि AIBEA यूनियन के सदस्य बैंकरों की हाल में सोनाली बैंक, MUFG बैंक, फेडरल बैंक और स्टैंडर्ड चार्टर्ड सहित कई बैंकों से बर्खास्तगी/छंटनी की गई है।
उन्होंने कहा कि 3,300 से अधिक क्लर्क कर्मचारियों को एक स्टेशन से दूसरे स्थान पर ट्रांसफर किया गया है, जो द्विपक्षीय समझौता और बैंक-स्तरीय समझौता का उल्लंघन है।
इस बीच, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशंस (AIBOC) ने भी विदेशी बैंक, स्टैंडर्ड चार्टर्ड पर ह्यूमन रिसोर्स से जुड़े नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
साथ ही उसने एक विस्तृत मेमोरंडम सौंपते बैंक के सीईओ से तत्काल इस मामले में उचित कदम उठाने की भी अपील की है।
यूनियन ने यह भी आरोप लगाया कि बैंक कई बार याद दिलाने के बावजूद एसोसिएशन ऑफ स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ऑफिसर्स (Association of Standard Chartered Bank Officers) (कोलकाता) को मान्यता देने में देरी कर रहा है।