रांची: सरकारी पद का दुरुपयोग, अपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी एवं प्रक्रियाओं का उल्लंघन कर वित्तीय अनियमितता करने के आरोपी इंजीनियरों (Engineers) के खिलाफ सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने अभियोजन (Prosecution) स्वीकृति दी है।
पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल प सिंहभूम के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता हरेंद्र मिश्रा (Harendra Misra) और पेयजल एवं स्वच्छता अवर प्रमंडल हाटगम्हरिया के तत्कालीन सहायक अभियंता दीप नारायण साहा (Deep Narayan Saha) के विरुद्ध अभियोजन को मंजूरी दी गई है।
10 जून 2016 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी
दोनों के खिलाफ चाईबासा (Chaibasa) जिले के हाटगम्हरिया थाने (Hatgamharia Police Station) में 10 जून 2016 को प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई थी।
जांच में यह बात सामने आई है कि अभियुक्तों द्वारा लघु ग्रामीण जलापूर्ति योजना (Small Rural Water Supply Scheme) के तहत परमसाई गांव में योजना राशि प्राप्त करने के बाद कार्य को अधूरा रख गया।
साथ ही एकरारनामा के अनुसार सामान को नहीं लगाने तथा योजना के अंतर्गत जारी राशि की निकासी कर गबन किया गया है।
मालूम हो कि पूर्व में भी भ्रष्टाचार (Corruption) के खिलाफ मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने सख्त कदम उठाए हैं।