धनबाद: भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध अखिल भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ की फरवरी में तीन दिवसीय कार्यसमिति की बैठक धनबाद में होगी।
8 से 10 फरवरी तक होने वाली इस बैठक में कोयला सेक्टर के मौजूदा हालात एवं संगठन को लेकर रणनीति तय की जाएगी।
कोयला सेक्टर में कामर्शियल माइनिंग के खिलाफ भारतीय मजदूर संघ भी आंदोलन पर है। वहीं, श्रम कानून का भी विरोध कर रहा है।
धनबाद में डीसीकेएस कार्यसमिति की बैठक
पिछले दिन को धनबाद स्थित विश्वकर्मा भवन में डीसीकेएस की कार्यसमिति की बैठक सम्पन्न हुई।
अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह ने की। कहा चुनौतियां काफी बड़ी है और सुविधाओं में कटौती हो रही है।
ऐसे में हमें पूरी एकजुटता के साथ सरकार और कोल इंडिया प्रबंधन के पास अपनी मांगें रखनी होगी।
अगर मांग पूरी नहीं होती है तो केंद्रीय नेतृत्व के दिशा निर्देश पर आगे की आंदोलन की रणनीति पर विचार करेंगे।
कोयला मजदूर कड़ी मेहनत कर देश को उर्जा दे रहे हैं। लेकिन कोल इंडिया प्रबंधन उनकी सुविधाओं में कटौती करता जा रहा है।
स्वास्थ्य, पेयजल, प्रमोशन, आवास मरम्मत खदानों में काम करने की सुरक्षा उपकरण जैसी सुविधाओं से नजरअंदाज कर रही है।
बैठक में प्रमुख रूप से धनबाद में होने वाली कोल फेडरेशन की कार्यसमिति की बैठक जो 8 से 10 फरवरी 2021 को सफल बनाने के लिए चर्चा की गई।
बैठक को सफल बनाने के लिए अलग अलग कमेटी बनाकर कार्यकर्ता को जिम्मेदारी दी गई।
साथ ही धनबाद सीएमपीएफ मुख्यालय कार्यालय पर कुछ बिंदुओ को लेकर फेडरेशन के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा।