रांची: घर बैठे हाजिरी बनाने वाले शिक्षकों (Teachers) की परेशानी बढ़ने जा रही है। अब उन्हें एक जनवरी से हाजिरी बनाने के लिए स्कूल जाना पड़ेगा।
शिक्षकों को ई-विद्यावाहिनी एप (e-Vidyavahini App) पर बायोमेट्रिक (Biometric) के जरिये अटेंडेंस (Attendance) बनाने की सुविधा मिली थी। इसका कई शिक्षकों ने दुरुपयोग करना शुरू कर दिया और घर बैठे हाजिरी बनाने लगे।
इसे देखते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने सभी स्कूलों को जियो फेंसिंग सिस्टम (Geo Fencing System) से जोड़ दिया है। एक जनवरी से इस सिस्टम के शुरू होने के बाद शिक्षक स्कूल से 50 से 100 मीटर की निर्धारित दूरी तक से ही अपनी हाजिरी बना सकते हैं। अगर इस दायरे से बाहर उन्होंने हाजिरी बनाई, तो वे अनुपस्थित पाए जाएंगे।
स्कूल आते और स्कूल छोड़ते वक्त उन्हें ई-विद्यावाहिनी पर पंच करना होगा
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग अगले एक महीने तक सभी स्कूलों को इस व्यवस्था को समझने का मौका देगा। एक महीने के ट्रायल पीरियड (Trial Period) में नेटवर्क कनेक्टिविटी (Network Connectivity) और अन्य तकनीकी खामियों को भी देखा जाएगा और उन्हें पूरी तरह दुरुस्त करने के बाद एक जनवरी से इसे लागू किया जाएगा।
फिलहाल विभाग इसे लेकर स्कूलों का डाटा अपलोड (Data Upload) कर रहा है और स्कूलों का जिओ लोकेशन सिस्टम (Geo Location System) में फीड किया जा रहा है। नई व्यवस्था शुरू होने के बाद शिक्षक नेटवर्क कनेक्टिविटी (Network Connectivity) का भी बहाना नहीं बना सकेंगे।
स्कूल आते और स्कूल छोड़ते वक्त उन्हें ई-विद्यावाहिनी (e-Vidyavahini) पर पंच करना होगा। इससे पता चलेगा कि शिक्षक कब तक स्कूल में रहेए जो शिक्षक पोर्टल (Teacher Portal) के जरिये अपनी हाजिरी नहीं बनाएंगे, जनवरी महीने से उनके वेतन का भुगतान रोक दिया जाएगा।
शिक्षकों को अनिवार्य रूप से हाजिरी बनानी होगी
इस संबंध में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की निदेशक किरण कुमारी पासी ने कहा कि राज्य के स्कूलों को जियो फेंसिंग सिस्टम से जोड़ा जा रहा है।
एक जनवरी से सभी शिक्षकों को ई-विद्यावाहनी (e-Vidyavahani) में अनिवार्य रूप से अपनी हाजिरी बनानी होगी। फिलहाल स्कूलों का डाटा और उनके जिओ लोकेशन (Geo Location) को अपडेट (Update) करने का काम चल रहा है।