खूंटी: पुलिस (Police) की एक लापरवाही (Negligence) उसके लिए भारी पड़ गई। इस घटना का असर (Effect) ये हुआ कि पुलिस को लोगों ने रातभर बंधक (Hostage) बनाकर रखा।
हालांकि अगले दिन छोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि पुलिस प्रतिबंधित मांस (Banned Meat) बेचने वाले को पकड़ने गई थी तभी एक बुजुर्ग (Elderly Man) को पुलिस कर्मी ने धक्का मार दिया। इसमें उसकी मौत (Death) हो गई।
पूरी टीम कब्जे में
बताया जा रहा है की घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों (Angry Villagers) ने तोरपा पुलिस की पूरी टीम को पूरी रात तक बंधक बनाकर रखा। इसकी सूचना (Information) पाकर जिला प्रशासन (District Administration) के कई पदाधिकारी और पुलिस वहां पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया।
जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस कर्मियों को रविवार की सुबह छोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने मोहम्मद निजामुद्दीन के शव (Dead Body) को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम (Postmortem) के लिए भेज दिया और आगे की कार्रवाई में जुट गयी।
दरअसल तोरपा पुलिस देर रात प्रतिबंधित मांस (Banned Meat) बेचने का आरोपी इजहार अहमद उर्फ कल्लू को गिरफ्तार करने रोड़ो गांव पहुंची थी।
पुलिस घर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी। इसी बीच पुलिस ने एक बुजुर्ग व्यक्ति को धक्का दे दिया। धक्का देने से मोहम्मद निजामुद्दीन (75 साल) की हार्ट अटैक (Heart Attack) से मौत हो गयी।
बुजुर्ग की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गये और तोरपा पुलिस को रातभर बंधक बनाकर रखा। हालांकि बाद में मामला किसी तरह शांत करा दिया गया।