बरेली: समाजवादी पार्टी (SP) के वरिष्ठ नेता आजम खान (Aajam Khan) ने आरोप लगाया है कि रामपुर सदर विधानसभा सीट (Assembly Seat) पर हो रहे उपचुनाव के लिए प्रचार कर रहे सपा कार्यकर्ताओं को धमकाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) पुलिस और जिला प्रशासन (District Administration) के अधिकारियों का इस्तेमाल कर रही है।
खान ने शनिवार को रामपुर में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अखिलेश यादव, जयंत चौधरी और चंद्रशेखर आजाद (Azad Party) यहां उपचुनाव के प्रचार के लिए आने वाले हैं। लेकिन सवाल यह है कि आखिर वह यहां क्यों आ रहे हैं जब यहां चुनाव हो ही नहीं रहा है।’’
जब अखिलेश यादव यहां आएंगे, तो मैं उनसे निर्वाचन आयोग से BJP उम्मीदवार को विजेता घोषित करने का अनुरोध करने के लिए कहूंगा
उन्होंने कहा, ‘‘जब अखिलेश यादव यहां आएंगे, तो मैं उनसे निर्वाचन आयोग (Election Commission) से BJP उम्मीदवार को विजेता घोषित करने का अनुरोध करने के लिए कहूंगा।’’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस और जिला प्रशासन के द्वारा सपा कार्यकर्ताओं को ‘‘धमकाया’’ जा रहा है और उन पर ‘‘अत्याचार’’ किया जा रहा है।
पुलिस ने 50 घरों के दरवाजे तोड़ दिए और बेगुनाह लोगों को सड़क से उठा लिया है
खान ने कहा, ‘‘पुलिस ने 50 घरों के दरवाजे तोड़ दिए और बेगुनाह लोगों को सड़क से उठा लिया है। उन्होंने मेरी पत्नी को भी नहीं बख्शा, जो एक पूर्व सांसद हैं और उनके लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरों के अलावा उनकी पत्नी तंजीन फातिमा को भी घर से बाहर न निकलने की चेतावनी दी गई है। खान ने कहा, ‘‘मेरी पार्टी के उम्मीदवार के लिए वोट मांगना मेरा अधिकार है।’’
उन्होंने कहा कि उनके पास ‘पुलिस अत्याचार’ का वीडियो फुटेज है, जिसे वह मीडिया के साथ साझा नहीं करेंगे क्योंकि उनके ऐसा करने पर अदालत इसे सबूत नहीं मानेगी। उपचुनाव (By-Election) पांच दिसंबर को होगा।
उल्लेखनीय है कि 2019 के भड़काऊ भाषण मामले (Hate Speech Case) में अदालत से तीन साल की सजा मिलने के बाद आजम खान की विधानसभा सदस्यता (Assembly Membership) निरस्त हो गयी और उनके चुनाव लड़ने पर रोक लग गई और अब वो अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।