दुमका: प्रेमी (Lover) के साथ घर से भागी रामगढ़ थाना (Ramgarh Police Station) क्षेत्र की 16 वर्षीया किशोरी को पुलिस ने मुंबई के ठाणे इलाके से बरामद कर लिया।
दोनों ने शादी कर ली और वहां पति-पत्नी (Husband Wife) के रूप में रह रहे थे। पुलिस ने प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
रामगढ़ पुलिस ने शनिवार को किशोरी को बाल कल्याण समिति (CWC) के बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट (Banch of Magistrate) के समक्ष पेश किया। किशोरी हाथों में चूड़ियां और मांग में सिंदूर लगाए समिति के समक्ष पेश हुई।
एक बार पहले भी अपने प्रेमी के साथ घर से भागी थी
किशोरी को लेकर आए पुलिस पदाधिकारी की वर्दी में होने पर समिति ने कड़ा ऐतराज जताया और चेतावनी दी कि इस तरह की गलती नहीं दोहराया जाना चाहिए।
चेयरपर्सन (Chairperson) अमरेन्द्र कुमार, सदस्य रंजन कुमार सिन्हा एवं डा राजकुमार उपाध्याय की बेंच ने सुनवाई की। किशोरी व उसकी मां का बयान दर्ज किया।
दोनों के बयान से पता चला कि पिछले दो सालों से प्रेम-प्रसंग (Love Affairs) का यह मामला चल रहा था। किशोरी एक बार पहले भी अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई थी, पर पुलिस ने तब उसे सीडब्ल्यूसी (CWC) के समक्ष प्रस्तुत करने की बजाए थाने में ही समझौता कराकर परिजनों के साथ घर भेज दिया था।
इस कारण नौबत यहां तक बढ़ गई कि यह मामला रनअवे, अपहरण, चाइल्ड मैरेज और पोक्सो एक्ट (Child Marriage & POSCO Act) तक पहुंच गया।
मां के साथ घर जाने से कर दिया इनकार
किशोरी ने बयान में बताया कि उसके पिता बेंगलुरु (Bangalore) में काम करते हैं और साल-दो साल में घर आते हैं, जबकि उसकी मां किराना दुकान चलाती है।
20 वर्षीय युवक से दो वर्ष पूर्व उसकी दोस्ती हुई थी। दोनों प्रत्येक सप्ताह मिलते थे। बाद में दोनों ने शादी कर ली। 21 नवंबर को दोनों बाइक (Bike) से भागलपुर (Bhagalpur) गए, वहां से उसके प्रेमी का दोस्त बाइक लेकर लौट गया।
दोनों ने बरारी गंगा घाट में स्नान किया और फिर मुंबई के ठाणे चले गए, जहां प्रेमी का मामा रहता है। वहां दोनों पति-पत्नी (Husband Wife) के तौर पर रह रहे थे, जहां से पुलिस ने उसे बरामद किया।
बालिका ने अपनी मां के साथ घर जाने से इनकार कर दिया। ऐसी स्थिति में समिति ने अगले आदेश तक किशोरी को बालिका गृह में आवासित करने का आदेश जारी कर उसे धधकिया स्थित बालगृह (बालिका) भेज दिया।