हजारीबाग: हजारीबाग (Hazaribagh) में 14 जुलाई 2018 को SDM शुभम अपार्टमेंट (Apartment) फ्लैट नंबर 303 में माहेश्वरी परिवार (Maheshwari murder case) के छह सदस्यों का शव नीचे प्रागंण में वीभत्स रुप में मिला था।
परिवार की हत्या हुई थी की मौत इसकी गुत्थी सुलझाने सोमवार को SIT की टीम हजारीबाग पहुंची।
2020 में SIT को केस स्थानांतरित होने के बाद दूसरी बार टीम हजारीबाग आयी थी। टीम का नेतृत्व SIT के DSP तौकिर आलम एवं अनुसंधान कर्ता इंस्पेक्टर (Inspector) रविकांत कर रहे थे।
जांच को साथ में FSL कि छह सदस्य टीम भी हजारीबाग पहंची थी। जांच टीम ने अपार्टमेंट (Apartment) का जायजा लेने के बाद फ्लैट नंबर 303 का भी जायजा लिया।
टीम सबसे पहले महेश्वरी परिवार के अन्य सदस्यों के साथ सदर थाने में गहन पूछताछ की और घटना का विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद SITकी टीम ने घटनास्थल पर पहुंची।
करीब डेढ़ घंटे तक मौके पर CID की टीम रही
मौके पर पहुंची FSL की टीम ने घटना के दौरान किस अवस्था में शव पाए गए थे । इसकी जानकारी परिवार और आसपास के लोगों से ली। इसके बाद जिस फ्लैट में शव बरामद किया गया था उसे भी खोला गया।
करीब डेढ़ घंटे तक मौके पर CID की टीम रही। जांच के केंद्र बिंदू में पांचवें तल्ले से बेसमेंट में गिरे नरेश माहेश्वरी के शव को लेकर विशेष रूप से जांच किया।
FSL की टीम ने पहले शव जिस स्थान पर पाया गया था उसे चिन्हित किया । इसके बाद ऊपर से तकनीकी आधार जांच की।