कोलकाता: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) से पहले एक बार फिर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (marxist communist party) और कांग्रेस की नजदीकियां बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं।
Rahul Gandhi के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के क्रम में बंगाल में होने वाली की कांग्रेस की यात्रा में माकपा के हिस्सा बनने के आसार बनते दिख रहे हैं। अगर ऐसा होगा तो यह केरल में माकपा द्वारा भारत जोड़ो यात्रा को लेकर अपनाए गए रुख के बिल्कुल विपरीत होगा।
भाजपा से मुकाबले के लिए माकपा कांग्रेस की एकजुटता जरूरी
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि प्रदेश में पार्टी अध्यक्ष और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने माकपा को राज्य में आगामी 28 दिसंबर से शुरू होने वाली पैदल यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है।
इसी बीच माकपा के एक नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि कांग्रेस का आमंत्रण मिलने पर निश्चिततौर पर उसमें शिरकत करने के बारे में सोचा जा सकता है।
इसकी वजह है कि बंगाल में तृणमूल और भाजपा से मुकाबले के लिए माकपा कांग्रेस की एकजुटता जरूरी है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में दोनों ही पार्टियों के गठबंधन का प्रदर्शन भले ही अच्छा या बुरा रहा हो लेकिन यह वक्त की जरूरत है कि दोनों ही पार्टियां एकजुट रहें ताकि बंगाल के लोगों को तृणमूल और भाजपा (Trinamool and BJP) से निजात मिल सके।
इसके लिए अगर माकपा कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा लेती है तो यह पंचायत चुनाव सहित आसन्न लोकसभा चुनाव में भी दोनों ही पार्टियों के बीच बेहतर तालमेल में मददगार साबित होगा।
उक्त नेता ने बताया कि कांग्रेस की इस यात्रा में माकपा भले ही पूरी ताकत के साथ शामिल ना हो लेकिन सांकेतिक समर्थन के रूप में यात्रा में भाग लिया जा सकता है।
55 दिनों तक चलेगी भारत जोड़ो यात्रा
दरअसल, माकपा की केरल इकाई ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर सवाल उठाए थे। पार्टी ने दक्षिण भारत के राज्यों में अधिक समय बिताने को लेकर भी आपत्ति जताई थी। ऐसे में दोनों पार्टियों से मिल रहे संकेतों राज्य में एक बार फिर नए समीकरण बनने के आसार दिख रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 28 दिसंबर से पश्चिम बंगाल में शुरू होने वाली भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) 55 दिनों तक चलेगी और दक्षिण 24 परगना के गंगासागर से शुरू होकर उत्तर बंगाल के कार्सियांग में समाप्त होगी।
भले ही इस यात्रा में राहुल गांधी शामिल नहीं होंगे लेकिन प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी (Ranjan Chowdhary) सहित पार्टी के कई बड़े नेता इसका नेतृत्व करेंगे।