गुरुग्राम: किसानों ने गुरुवार को तीन कृषि कानूनों के विरोध में कुंडली-मानेरस-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे पर मार्च निकालने का फैसला किया था, लेकिन बाद में उन्होंने अपने मार्च को टिकरी बार्डर की ओर स्थानांतरित कर दिया।
केएमपी एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर मार्च का आह्वान संयुक्ता किसान मोर्चा द्वारा दिया गया था, जो कि दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसान संघों का संगठन है।
पहले उन्होंने धनसा से मानेसर तक रैली निकालने की पुष्टि की थी, लेकिन बाद में मानेसर के बजाय टिकरी सीमा पर रैली का समापन करने का फैसला किया।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के अध्यक्ष वीरेंद्र डागर ने कहा, पहले हमारे पास धनसा से मानेसर तक विरोध की योजना थी, लेकिन बाद में धनसा और टिकरी के बीच मार्ग बदल दिया गया।
ट्रैक्टर रैली के मद्देनजर गुरुग्राम और दिल्ली पुलिस ने सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी थी।
हालांकि, यहां के स्थानीय नेताओं ने गुरुवार को चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में एक ट्रैक्टर मार्च निकाला।
उन्होंने दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे पर राजीव चौक के पास सभी सर्विस लेन को 20 मिनट के लिए बंद कर दिया, जिससे जेल रोड, सोहना रोड और सिविल लाइंस में यातायात की आवाजाही बाधित हुई।
किसानों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस की जांच के कारण भी दिल्ली-गुरुग्राम सीमा में भी ट्रैफिक धीमा रहा।
एसपी(क्राइम) प्रीत पाल सानवान ने कहा, हमने गुरुग्राम में यातायात को सुगम बनाने के लिए अतिरिक्त बल के साथ कई पुलिसकर्मियों को तैनात किया है।
इसके अलावा, हम किसी भी किसान को केएमपी ई-वे पर ट्रैक्टर मार्च आयोजित करने से नहीं रोकेंगे, लेकिन किसी को भी कानून और व्यवस्था का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।