जमशेदपुर: वर्तमान (Present) में ठगों (Thugs) का एक ऐसा गिरोह शहर में सक्रिय है, जो शादी (Wedding) में कभी मेहमान तो कभी मेजबान को अपना शिकार बना रहा है।
इनके ठगी के अलग-अलग तरीके हैं। कोई दूल्हे (Groom) का रिश्तेदार बनकर सराती वालों के रुपये उड़ा ले रहा है तो कोई बाराती बनकर गिफ्ट (Gift) में मिले रुपयों के लिफाफे को ही उड़ा ले रहा है।
इस तरह की मॉडस अपरेंडी (Modus Operandi) इस बार लग्न में देखने को मिल रही है। शहर के विभिन्न थाना (Various Police Stations) में ठगी की अलग-अलग तरह की शिकायतें वर्तमान में पुलिस के पास आ रही हैं।
इमसें सर्वाधिक शिकायतें शादी समारोह में गिफ्ट (Gift) वाला बैग चुरा लेने का है।
खुद को बाराती बताकर उनसे नजदीकी बढ़ाता है
बाराती बनकर शादी समरोह में पहुंचता है। पहले जनमासा में जाता है। वहां से वह जहां विवाह हो रहा है वहां पहुंचता है।
जयमाला के समय वह उस जगह तक पहुंच जाता है, जहां दुल्हन के पिता या अन्य रिश्तेदार जिनके जिम्मे गिफ्ट (Gift) वाला लिफाफा रखना है।
खुद को बाराती बताकर उनसे नजदीकी बढ़ाता है उसके बाद वह उस लिफाफा (Envelope) वाले बैग को उड़ाकर चंपत हो जाता है।
यहां रुपये, घड़ी, मोबाइल फोन लेकर हुआ फरार
इसमें बाराती के साथ आया व्यक्ति दुल्हन के किसी रिश्तेदार (Relative) को निशाना बनाता है। उससे दोस्ती करता है। शराब (Liquor) पीने का प्रलोभन देता है।
उसके बाद शराब (Liquor) में नशीला पदार्थ (Alcoholic Substance) मिलाकर उसके पास के रुपये, घड़ी, मोबाइल फोन व अन्य सामान को चुराकर ले जाता है। इसके लिए वह अपने शिकार को शादी समारोह (Wedding Ceremony) स्थल से दूर लेकर जाता है।
बैंड पार्टी का मैनेजर बताकर लगाया चुना
इसमें बारात द्वार पर लगती है। एक व्यक्ति बैंड वालों के साथ रहता है। उन्हें दिशा-निर्देश देता है। इस बीच वह यह जान लेता है कि बैंड बाजा के कितने एडवांस (Advance) दिए गए और कितना बकाया है।
यह जानकर वह दूल्हे के निकटतम रिश्तेदार के पास जाता है और खुद को बैंड पार्टी (Band Party) का मैनेजर (Manager) बताकर उनसे बकाया रकम को बताकर रुपए लेकर चंपत हो जाता है।