नई दिल्ली: देशभर के गैर-पंजीकृत (Unregistered) छोटे विक्रेताओं (Small Vendors) को ई-कॉमर्स पोर्टल (e-Commerce Portal) के माध्यम से अपना माल बेचने की अनुमति देने के फैसले का कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने स्वागत किया है।
CAIT ने जीएसटी काउंसिल (GST Council) के इस फैसले को एक बड़ा कदम बताया है।
कारोबारी संगठन CAIT ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि GST Council के इस फैसले से अब छोटे व्यापारी भी ई-कॉमर्स पोर्टल के माध्यम से अपना व्यापार कर सकेंगे।
मोदी के Digital India Vision को देशभर में मजबूती प्रदान करेगा
कैट ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) की तारीफ करते हुए धन्यवाद दिया है।
CAIT ने कहा कि ये एक प्रगतिशील निर्णय है, जिसकी पिछले दो साल से अधिक समय से मांग की जा रही थी।
CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल (Praveen Khandelwal) ने कहा कि GST परिषद का यह निर्णय छोटे व्यापारियों को E-Commerce के माध्यम से अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए सशक्त बनाएगा।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के Digital India Vision को देशभर में मजबूती प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि देश में 8 करोड़ से ज्यादा छोटे व्यापारी हैं, लेकिन बड़ी संख्या में व्यापारी GST पंजीकरण के बिना व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं, क्योंकि उनकी सालाना बिक्री GST सीमा से बेहद कम है। ऐसे व्यापारी अब ई-कॉमर्स पोर्टल पर व्यापार कर सकेंगे, जो कि एक बहुत बड़ी बात है।
ऑनलाइन कारोबार में जबरदस्त हो रही है वृद्धि
खंडेलवाल ने कहा कि भारत तेजी से ई-कॉमर्स हब के तौर पर उभर रहा है। ऑनलाइन कारोबार में जबरदस्त वृद्धि हो रही है।
देश में ई-कॉमर्स कारोबार अब कुल खुदरा का करीब 10 फीसदी और वस्त्र (Cloth) और इलेक्ट्रॉनिक्स (Electronics) जैसे कुछ क्षेत्रों का लगभग 25-50 फीसदी है।
इसे देखते हुए यह अत्यंत प्रासंगिक था कि छोटे वेंडर जिनका टर्नओवर कम है और GST के दायरे में नहीं आते हैं। इससे वे ऑनलाइन कारोबार करने में सक्षम नहीं थे, जिससे बाजार और व्यापार के अवसरों का भारी नुकसान हो रहा था।