रांची: माकपा के राज्य सचिव (State Secretary of CPI(M)) प्रकाश विप्लव ने कहा कि झारखंड (Jharkhand) में सरकारी स्कूलों (Government Schools) की स्थिति ठीक नहीं है।
राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था (Education System) लगातार खराब होती जा रही है। राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर निजी संस्थानों की ओर से रिसर्च रिपोर्ट (Research Report) जारी किया गया है।
शिक्षक और विद्यार्थी के अनुपात में भारी कमी
उन्होंने कहा कि सर्वे (Survey) 16 जिलों के 138 स्कूलों में किया गया। इसके अनुसार इन स्कूलों (Schools) में मात्र एक पारा शिक्षक ही कार्यरत है।
इतना ही नहीं शिक्षक (Teacher) और विद्यार्थी (Students) के अनुपात में भारी कमी, स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं न होना और मध्याह्न भोजन (Mid Day Meal) में अनियमितता भी पायी गयी।
राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (Right to Education Act) का अनुपालन भी नहीं किया जा रहा है। इसका असर आदिवासी, दलित और दूसरे गरीब परिवारों (Poor Families) के बच्चों पर पड़ रहा है।
माकपा के राज्य सचिव की मांग
उन्होंने पार्टी (Party) की ओर से मांग करते हुए कहा कि सरकारी शिक्षा व्यवस्था (Government Education System) को दुरुस्त करने के लिए अविलंब ठोस कदम उठायें।
इस मामले में पार्टी की ओर से शिक्षा मंत्री (Educatrion Minister) को पत्र लिखा गया है। पत्र में कहा गया है कि सभी एकल शिक्षक स्कूलों में शिक्षकों की संख्या दुगुनी की जाये, स्कूलों (Schools) में शिक्षण स्तर को ठीक रखने के लिए स्थायी शिक्षकों की तत्काल नियुक्ति करने, मर्ज स्कूलों को फिर से खोलने, पारा शिक्षकों को नियमित करने, स्कूलों में पर्याप्त कुर्सी, मेज़, पीने का पानी, लाइट, शौचालय, लाइब्रेरी (Library) सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की गयी है।