रांची: कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह (Jaimangal Singh) उर्फ अनूप सिंह से ED ने शनिवार को घंटों पूछताछ की।
जयमंगल सिंह शनिवार को दिन के करीब 11 बजे रांची स्थित ED कार्यालय पहुंचे, जहां उनसे देर शाम तक पूछताछ की गयी।
सूत्रों के मुताबिक, ED ने उनसे पूछा कि झारखंड में सरकार गिराने के लिए 10 करोड़ रुपये का Offer किसने दिया। क्या यह पेशकश फोन पर की गयी थी या शारीरिक रूप से? क्या उन्हें कोई मनी दी गयी थी?
ED ने उनसे कहा है कि अगर उनके पास कुछ भी उपलब्ध है, तो वह साक्ष्य के रूप में उपलब्ध करायें। ED ने विधायक जयमंगल से बंगाल पुलिस (Bengal Police) के सामने दिये गये बयान की भी जानकारी ली।
ED ने उनसे पूछा कि क्या पार्टी तोड़ने की पेशकश के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सूचित किया था। क्या कार्रवाई की गयी थी? क्या पहले भी उनसे संपर्क किया गया था? इस दौरान कोतवाली थाना में साल 2020 में दर्ज प्राथमिकी का हवाला दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक, विधायक जयमंगल ED के अधिकारियों के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
बता दें कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सेल कोंगाड़ी को 30 जुलाई को 48 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार (Arrest) किया था।
ED ने मामले को किया टेकओवर
इस मामले में कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह ने अरगोड़ा थाना में जीरो FIR दर्ज करायी थी, जिसमें उन्होंने दावा किया कि इन विधायकों ने उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए 10 करोड़ रुपये Offer किये थे।
हालांकि आरोपी विधायक ने स्वीकार किया कि Cash उनका था, जिसे वह लोगों के बीच बांटने के लिए साड़ियां खरीदने के लिए ले जा रहे थे।
विधायक जयमंगल सिंह ने दावा किया था कि विधायकों ने उनसे कहा था कि भाजपा के हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) उन्हें करोड़ों रुपये देंगे, साथ ही मंत्री पद भी देंगे। पश्चिम बंगाल पुलिस ने आरोपी विधायकों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी।
बाद में ED ने मामले को Takeover किया। इसी मामले में विधायक जयमंगल सिंह को 24 दिसंबर को पूछताछ के लिए समन भेजा गया था।