रांची: RIMS में कार्यरत सिक्यूरिटी गार्ड्स (Security Guards) को नौकरी से हटाये जाने की खबर से गार्ड्स में आक्रोश है।
पांच महीने से वेतन (Salary) का भुगतान नहीं होने भी वे नाराज हैं, जिसे लेकर उन्होने सोमवार को सांकेतिक हड़ताल भी की।
नाराज सिक्यूरिटी गार्ड्स (Security Guards) ने अब मुख्यमंत्री (CM) हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को पत्र (Letter) लिखकर मदद मांगी है।
मुख्यमंत्री (CM) को लिखे अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि प्रबंधन उनके साथ मनमाना व्यवहार कर रहा है। रिम्स के DMC (डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट) उन्हें धमकी दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में सिक्यूरिटी गार्ड्स ने कहा है, “हम सभी सक्यूरिटी गार्ड (security Guard) और ट्रॉली मैन (Trolley Man) सुरक्षा एजेंसी के जरिये 22 सालों से RIMS में ड्यूटी (Duty) कर रहे हैं और मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं।
RIMS प्रशासन ने मानवता के नाते भी कोई सहयोग नहीं किया
टेंडर के जरिये कंपनी बदलती गयी, लेकिन हम सभी लोग RIMS में काम करते रहे। हम सभी झारखंड के मूल निवासी हैं, जिसमें लोहरा, महतो, राम, मुंडा, महली, अंसारी, तिर्की, सोरेन, उरांव और मरांडी शामिल हैं।
RIMS प्रशासन सुनियोजित ढंग से सिक्यूरिटी गार्ड को हटाकर होम गार्ड (Home Guard) लाने की तैयारी में है। इसी तरह ट्रॉली मैन को हटाकर लखनऊ (Lucknow) की आउटसोर्सिंग कंपनी, जो RIMS DMS के रिश्तेदार की है, उनको फायदा पहुंचाने के लिए वार्ड ब्वॉय (Ward Boy) रखने की तैयारी की जा रही है।
इस बात की धमकी रिम्स DMS द्वारा कई दिनों से हमें दी जा रही है।” गार्ड्स ने पत्र में लिखा है, “जब कोविड महामारी शुरू हुई, तो हमलोगों ने घर-बार छोड़कर निःस्वार्थ भाव से मरीजों की सेवा की।
उस वक्त कोई भी कार्य के लिए आगे नहीं आया। हम सभी आइसोलेशन (Isolation) में परिवार से दूर, जान जोखिम में डालकर RIMS की सेवा कर रहे थे।
महामारी में हमारे चार से पांच साथियों की जान चली गयी। RIMS प्रशासन ने मानवता के नाते भी कोई सहयोग नहीं किया और न ही उनको सरकार की तरफ से कोई मुआवजा मिला।”
सिक्यूरिटी गार्ड्स ने की ये मांगें-
-हमारे 22 वर्षों की मेहनत और कोविड-19 (COVID-19) महामारी में किये गये कार्य को देखते हुए आगे भी कार्य करने दिया जाये।
-टेंडर के जरिये किसी भी कंपनी को काम सौंप दें, लेकिन बिना टेंडर के लखनऊ वाली कंपनी को ट्रॉली मैन बहाली का कार्य और होमगार्ड से सिक्यूरिटी का कार्य नहीं लिया जाये।
-378 सिक्यूरिटी गार्ड्स और ट्रॉली मैन को बेरोजगार नहीं किया जाये।
-सरकार ने साथ नहीं दिया, तो हम अपने हक के लिए भूख हड़ताल करेंगे और जरूरत पड़ी, तो अपने प्राणों की आहुति देने से भी पीछे नहीं हटेंगे।