रांची: कांके स्थित प्रसिद्ध केंद्रीय मन:चिकित्सा संस्थान (CIP) ने शनिवार को फोरम फॉर लर्निंग एंड एक्शन विद इनोवेशन एंड रिगर (FLAIR) के साथ समझौता किया।
केंद्रीय मनःचिकित्सा संस्थान की ओर से निदेशक प्रो (डॉ) बासुदेब दास एवं फ्लेयर की ओर से एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अजय कुमार सिन्हा ने MOU पर हस्ताक्षर किया।
इसके तहत बच्चों एवं युवा वर्ग (Children And Youth) में इंटरनेट के अत्यधिक उपयोग के कारण होने वाले विकार, लत एवं इससे संबंधित मानसिक समस्या पर सघनता से अध्ययन किया जायेगा।
बताया गया कि Internet के अत्यधिक इस्तेमाल की वजह से बच्चों और युवा वर्ग में कई तरह के विकार उत्पन्न हो रहे हैं। इंटरनेट की लत की वजह से बच्चों के साथ-साथ युवाओं को भी कई तरह की मानसिक समस्याएं घेर रहीं हैं।
फ्लेयर पूरे भारत में कर रहा है काम
इन समस्याओं पर अब गहन अध्ययन होगा। एमओयू में वर्णित साझा कार्यक्रम के अनुसार, सीआईपी के साथ मिलकर फ्लेयर झारखंड के स्कूलों एवं कॉलेजों (Schools And Colleges) में इंटरनेट सुरक्षा और इससे संबंधित मानसिक स्वास्थ्य के विषय पर आउटरीच कर जागरुकता, काउंसलिंग, रेफरल इत्यादि पर विशेष रूप से काम किया जायेगा। सरकार के साथ मिलकर इससे संबंधित शोध पर भी काम किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि फ्लेयर पूरे भारत में खासकर दिल्ली-एनसीआर एवं झारखंड में इंटरनेट के सकारात्मक उपयोग तथा इससे जुड़ी सुरक्षा, एडिक्शन, कानूनी जागरूकता, तकनीकी सुरक्षा इत्यादि पर बच्चों एवं युवा वर्ग के बीच काम कर रहा है।
कार्यक्रम में केंद्रीय मनःचिकित्सा संस्थान के एसोसिएट प्रोफेसर साइकिएट्री डॉ सौरभ खानरा एवं डॉ निशांत गोयल तथा फ्लेयर के रीजनल डायरेक्टर नीरज सिन्हा, CICAA की ओर से अमित कुमार (मैत्री मंच) एवं प्रमोद कुमार (जन सहभागी विकास केंद्र) उपस्थित थे।
इस अवसर पर AIIMS , नयी दिल्ली के डॉ यतनपाल सिंह बलहारा एवं निम्हांस, बेंगलुरु के डॉ मनोज शर्मा (Dr Manoj Sharma) विशेष रूप से उपस्थित थे।