पश्चिमी सिंहभूम/रांची: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम स्थित चाईबासा के टाटा कॉलेज ग्राउंड में शनिवार को विजय संकल्प महारैली (Vijay Sankalp Maharally) को संबोधित करते हुए भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने कहा कि भाजपा ने झारखंड अलग राज्य का निर्माण यहां की जनता का विकास के लिए किया था लेकिन सारंडा के लोग आज भी लाल पानी पीने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि DMFT फंड से विकास नहीं, लूट मची हुई है। वर्तमान सरकार सिर्फ अपने परिवार की चिंता कर रही है, जनता की नहीं।
राज्य को दलाल, बिचौलिया आदि चला रहे हैं। खनिज, वन सम्पदा एवं बालू तक की लूट मची है। राज्य में कानून व्यवस्था (Law and order) खत्म है।
गौ तस्कर, लुटेरे, अपराधी, बलात्कारी हावी हैं। उन्होंने गृह मंत्री से इस राज्य की लुटेरी सरकार को मुक्ति दिलाने की अपील की।
आंदोलन का केंद्र रही है कोल्हान की भूमि : सांसद
सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि झारखण्ड आंदोलन का केन्द्र कोल्हान की भूमि रही। इसकी बदौलत झारखंड अलग राज्य मिला। सारंडा जंगल से जलावन की लकड़ी लेने वाले जेल भेजे गये लेकिन सागवान व साल पेड़ को काटकर तस्करी करने वाले जेल नहीं भेजे गये।
कोल्हान की किरीबुरु से लेकर जादूगोड़ा, मुसाबनी, कुन्दरुझोर आदि खनिज सम्पदाओं से भरा है लेकिन यहां के आदिवासियों और लोगों के तन पर कपड़ा नहीं है।
बेहतर स्कूल नहीं हैं। सारंडा के लोग लाल पानी पीने को मजबूर हैं। लोग पलायन कर रहे हैं लेकिन बाहर में भी सम्मानजनक काम नहीं मिल रहा है।
अगर कांग्रेस सरकार सारी व्यवस्था ठीक रखती तो यहां के लोग एके-47 हाथ में नहीं पकड़ते। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व पर अब जनता का विश्वास बढ़ा है।
तीन वर्ष में झारखंड को सिर्फ लूटा : समीर उरांव
राज्यसभा सदस्य सह अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव ने कहा कि JMM and Congress की सरकार में बुरुगुलिकेरा समेत झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में अनेकों नरसंहार हुये।
तीन वर्ष में झारखंड का विकास नहीं कर सिर्फ लूटने का कार्य किया। संथाल परगना में खनिज सम्पदाओं की भारी लूट मची है। हेमंत सरकार आदिवासियों को गुमराह कर उनके हित की योजनाओं को उन तक पहुंचने नहीं दे रही है।
महारैली को सांसद सुनील सोरेन ने संथाली में, विधायक सह पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा (Neelkanth Singh Munda) ने मुंडारी में, दिनेशानंद गोस्वामी ने ओड़िया में, मेनका सरदार, मनोज लेयांगी आदि ने संबोधित किया।