नई दिल्ली: भारत और जापान (India & Japan) की वायु सेनाओं (Air Forces) के बीच हवाई अभ्यास ‘वीर गार्जियन’ जापान के हयाकुरी एयरबेस (Hyakury Airbase) में 12 जनवरी से शुरू होगा।
इस संयुक्त अभ्यास (Joint Exercise) में पहली बार वायु सेना की फाइटर पायलट (Fighter Pilot) अवनि चतुर्वेदी देश के बाहर युद्धाभ्यास में हिस्सा लेंगी।
वायु रक्षा सहयोग (Air Defense Cooperation) को बढ़ावा देने के लिए होने वाली इस Excercise में भारत के चार Sukhoi-30 MKI, दो सी-17 परिवहन विमान और एक आईएल-78 टैंकर विमान हिस्सा लेंगे।
वायु सेना के विंग कमांडर आशीष मोघे ने बताया कि भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) जापान के साथ संयुक्त हवाई अभ्यास ‘वीर गार्जियन’ में हिस्सा लेने के लिए तैयार है।
यह अभ्यास जापान के हयाकुरी एयर बेस में 12 से 26 जनवरी के बीच होगा। यह युद्धाभ्यास जापान के ओमिटामा (Omitama) में हयाकुरी एयरबेस और इसके आसपास के हवाई क्षेत्र औरसयामा में इरूमा एयरबेस में किया जाएगा।
संयुक्त अभ्यास (Joint Exercise) में भाग लेने वाले भारतीय दल में चार सुखोई-30 एमकेआई, दो सी-17 परिवहन विमान और एक IL-78 टैंकर विमान शामिल होंगे।
जापानी एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स (JASDF) के चार एफ-2 और चार एफ-15 विमान इस युद्धाभ्यास में भाग लेंगे।
वायु सेना की Fighter Pilot अवनि चतुर्वेदी हिस्सा लेंगी
देश के बाहर होने वाले इस युद्धाभ्यास में पहली बार वायु सेना की फाइटर पायलट (Fighter Pilot) अवनि चतुर्वेदी (Avni Chaturvedi) हिस्सा लेंगी।
हालांकि, उन्होंने इससे पहले भारत आने वाली विदेशी वायु सेनाओं के साथ युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया है, लेकिन विदेशी आसमान में फाइटर जेट उड़ाने का उनका पहला अनुभव होगा।
अवनि चतुर्वेदी फाइटर जेट उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट हैं। युद्ध की स्थिति में अवनि सुखोई जैसे विमान भी उड़ा सकती हैं।
उनके पति विनीत छिकारा भी भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग लेफ्टिनेंट हैं। अवनि के अलावा वायु सेना की महिला मेडिकल अफसर भी जापान जाने वाले भारतीय दल का हिस्सा होंगी।
जापान की राजधानी टोक्यो में 8 सितंबर, 2022 को आयोजित दूसरी विदेश और रक्षा मंत्रिस्तरीय 2 2 बैठक के दौरान भारत एवं जापान आपसी द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ाने तथा अधिक सैन्य अभ्यासों में शामिल होने पर सहमत हुए थे।
इसके बाद यह पहला संयुक्त लड़ाकू जेट अभ्यास भी है, जो दोनों पक्षों के बीच सुरक्षा सहयोग में बढ़ती हुई स्थिति को दर्शाता है।
इस तरह यह अभ्यास दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को विस्तार देने तथा रक्षा सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
विंग कमांडर मोघे ने बताया कि प्रारंभिक अभ्यास में दोनों वायु सेनाओं के बीच विभिन्न हवाई युद्ध अभ्यास आयोजित होंगे। दोनों वायु सेनाएं एक जटिल वातावरण में बहुडोमेन हवाई युद्ध मिशन में शामिल होंगी।
इस दौरान सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों का आदान-प्रदान भी होगा। दोनों पक्षों के विशेषज्ञ विभिन्न परिचालन पहलुओं पर अपनी निपुणता और दक्षता साझा करने के लिए भी चर्चा करेंगे।
अभ्यास ‘वीर गार्जियन’ भारत और जापान की दोस्ती को और मजबूत करेगा और दोनों वायु सेनाओं के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाएगा।