नई दिल्ली: इस बार पूरी पूरी क्षमता के साथ हज यात्रा (Haj Yatra) होने की सऊदी सरकार से घोषणा होने के बाद भारत में भी हज यात्रा को लेकर हलचल तेज हो गई है।
केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय से हज यात्रा की नई पॉलिसी चंद दिनों में जारी करने का संकेत दिया गया है। नई हज पॉलिसी (Haj Policy) के आने के बाद हज यात्रा 2023 के लिए आवेदन फार्म भरने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
सऊदी अरब सरकार (Government Of Saudi Arabia) की तरफ से की गई घोषणा के अनुसार इस बार भारत से एक लाख 75 हजार 25 यात्रियों के यात्रा पर जाने की संभावना है।
इंबारकेशन प्वाइंट को बढ़ाकर 25 किए जाने की संभावना
पिछले साल की हज यात्रा में भारत से 56639 यात्री गए थे, क्योंकि कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के मद्देनजर बहुत ही कम लोगों को शिरकत की इजाजत दी गई थी।
दुनिया से कोरोना की दहशत कम होने के बाद इस बार सऊदी अरब (Saudi Arab) ने भारत का हज कोटा बहाल कर दिया है। इसके बाद से हज कमेटी इंडिया ने नए कोटे के अनुसार तैयारियां शुरू कर दी हैं।
प्रस्तावित नई हज पॉलिसी में 20 प्रतिशत कोटा प्राइवेट हज टूर ऑपरेटरों (Kota Private Haj Tour Operators) के लिए है। इसको देखते हुए हज कमेटी ऑफ इंडिया के जरिए करीब एक लाख 40 हजार हज यात्री जा पाएंगे।
नई हज पॉलिसी में हज कमेटी के माध्यम से जीवन में एक बार हज यात्रा करने की अनुमति देने पर विचार किया जा रहा है।
बिना मेहरम महिला हज यात्रियों को अकेले आवेदन करने की अनुमति दी जाएगी, जबकि उन्हें बाद में चार महिलाओं के ग्रुप में जोड़ा जाएगा। हज यात्रा को 40 दिन से घटाकर 30 दिन का करने का भी प्रस्ताव है।
इंबारकेशन प्वाइंट (Embarkation Point) को बढ़ाकर 25 किए जाने की संभावना है, जबकि 2019 तक 23 इंबारकेशन प्वाइंट थे। कोरोना काल में घटाकर इसे 10 कर दिया गया था।
बढ़ाए जाने वाले इंबारकेशन पॉइंट कन्नूर, विजयवाड़ा और अगरतला हैं, जहां से सीधे हज यात्री सऊदी अरब के लिए उड़ान भरेंगे।
यात्रियों को फॉरेन करेंसी ले जाने की इजाजत दी जाएगी
इसके साथ नई हज पॉलिसी में हज ट्रेनर को ऑनलाइन ट्रेनिंग (Online Training) दिए जाने की सिफारिश की गई है। हज सेवादार को जीवन में एक बार ही सऊदी अरब भेजने का प्रस्ताव है।
हवाई जहाज की टिकट के दामों को सस्ता करने के लिए ग्लोबल टेंडर करने की तैयारी की जा रही है। अभी तक एयर इंडिया और सऊदी अरब एयरलाइंस के जरिए ही भारतीय हज यात्रियों को सऊदी अरब भेजा जाता था।
ग्लोबल टेंडर की वजह से होने वाली प्रतिस्पर्धा में हज यात्रा के लिए हवाई जहाज के किराया के सस्ता होने की भी संभावना जताई जा रही है।
हज कमेटी ऑफ इंडिया के जरिए प्रत्येक हज यात्रियों को सऊदी अरब में 21000 रियाल वापस दिए जाने के प्रावधान को खत्म करने की सिफारिश की गई है।
यात्रियों को अपने हिसाब से फॉरेन करेंसी ले जाने की इजाजत दी जाएगी। जिसकी जितनी हैसियत होगी, वह अपने हिसाब से विदेशी मुद्रा लेकर जा सकेगा।
हज यात्रा 2023 में खर्चा कम से कम करने की योजना बनाई जाए : स्मृति ईरानी
केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री स्मृति ईरानी ने पिछले दिनों हज कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था कि हज को सस्ता करने की कोशिश की जानी चाहिए।
2022 में होने वाली हज यात्रा में प्रत्येक यात्री पर 4 लाख 10 हजार का खर्चा आया था जो कि अब तक का सबसे महंगी हज यात्रा थी।
कोरोना वायरस महामारी से पहले 2019 में होने वाले हज यात्रा में प्रत्येक यात्री पर 2 लाख 50 हजार के लगभग का खर्चा आया था।
स्मृति ईरानी का कहना है कि हज यात्रा 2023 में खर्चा कम से कम करने की योजना बनाई जाए और यात्रियों पर पड़ने वाले बोझ को कम किया जाए।
2023 की हज यात्रा में यात्रियों को हज कमेटी (Haj Committee) की तरफ से दी जाने वाली सुविधा अटैची, छाता, चादरें आदि नहीं दी जाएंगी। यह सभी वस्तुएं यात्री अपने हिसाब से हासिल करनी होंगी।