रांची: झारखंड (Jharkhand) सहित 3 राज्यों के सात ठिकानों पर NIA ने बुधवार देर रात छापेमारी (Raid) की।
यह छापेमारी रांची, सरायकेला खरसावां (Seraikela Kharsawan), पश्चिम बंगाल के पुरुलिया और बिहार के मुंगेर में हो रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 14 जून 2019 में सरायकेला के कुकरूहाट में माओवादियों (Maoists) ने हमला कर पांच पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इसके बाद उनके हथियार और वायरलेस लूट कर वाहन में आग लगा दी थी।
9 दिसंबर 2020 को NIA दिल्ली ने इस केस को टेकओवर कर लिया था। इसी को लेकर NIA की टीम Raid कर रही है।
बताया जाता है कि घटना के दौरान नक्सलियों ने 2 पिस्तौल, 70 जिंदा कारतूस, 3 इंसास राइफल, 10 मैगजीन और 550 कारतूस भी लूट लिये थे।
इस मामले में तिरुलडीह थाने में झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) की ओर से दर्ज मामले के बाद ही NIA ने टेकओवर किया था।
डिजिटल डिवाइस सहित कई कागजात बरामद
NIA की टीम ने बुधवार को माओवादियों के ओवर ग्राउंड वर्कर्स के यहां छापेमारी की। टीम ने Maoists को विस्फोटक और अन्य लॉजिस्टिक सपोर्ट देने वाले शाहनवाज के ठिकानों पर छापेमारी की।
छापेमारी में NIA ने डिजिटल डिवाइस (Digital Device), कई तरह के कागजात, बैंक खाते से जुड़े कागजात और निवेश संबंधी कागजात बरामद किए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार NIA ने जो छापेमारी की और उसमें टीम को जो जानकारी मिली है कि पुलिस कर्मियों के हत्यारकांड में CPI (माओवादी) के सेंट्रल कमेटी के सदस्य अनल दा के नेतृत्व में हमले की योजना तैयार हुई थी। हमले से 1 महीने पहले ही इसकी योजना तैयार कर ली गई थी।
नक्सली अपने साथी प्रदीप स्वांसी की हत्या का बदला लेना चाहते थे। उस समय बूंडू-चांडिल क्षेत्र के सब जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक ने हमले का नेतृत्व (Leadership) किया था।
महाराज प्रमाणिक पर 10 लाख का इनाम घोषित था। जनवरी 2022 में उसने आत्मसमर्पण कर दिया।
बता दें कि हाल के दिनों में कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। CPI (माओवादी) के रीजनल कमांडर अमन गंझू और 3 महिला नक्सली सहित कुल 8 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। ये सभी मिहिर बेसरा दस्ते के सदस्यत थे।