कोडरमा: जिले के तिलैया थाना (Tilaiya Police Station) क्षेत्र अंतर्गत जरगा पंचायत स्थित विशुनपुर गांव की महिलाओं ने बिहार पुलिस (Bihar Police) पर घर में घुसकर मारपीट और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
साथ ही आत्महत्या (Suicide) की चेतावनी भी दी है। इस बाबत गुरुवार को काफी संख्या में कोडरमा पहुंची महिलाओं ने SP को आवेदन दिया है।
आवेदन में कहा गया है कि उनका कसूर सिर्फ इतना है कि उनका घर जंगल में है और वे यहां रहकर रोजी -रोजगार के लिए ढिबरा चुनते हैं।
महिलाओं ने आरोप (Blame) लगाया है कि बुधवार रात 11-12 बजे कई वाहनों में पुलिस की वर्दी में आए जवानों ने पूरे गांव को घेर लिया।
महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार (Indecent Behavior) किया। बच्चों ओर पुरुषों के साथ मारपीट की तथा घरों में तोड़फोड़ भी किया।
आवेदन में पंचायत की पूर्व मुखिया शीला देवी ने कहा कि इस घटना में कई महिलाओं का हाथ, पैर टूट गया। कई महिलाओं को इतना मारा गया कि चलने फिरने लायक नहीं है।
साथ ही कई लोगों को अपने साथ ले गई। उन्होंने आवेदन में कहा कि ऐसा लग रहा था कि गांव वाले बहुत बड़ा अपराध किया ओर हमलोग मुजरिम हैं।
आवेदन में उनके अलावा मीना देवी, रीता देवी, धनवा देवी, मीना देवी, अनीता देवी, ललिता देवी आदि के नाम है। इन्होंने यह भी कहा कि मान सम्मान नहीं बचा तो हमलोग आत्महत्या कर लेंगे।
सूचना झारखंड पुलिस या तिलैया थाना को भी नहीं दी गयी
उल्लेखनीय है कि रात में ही वन विभाग की टीम पर बिहार के बॉर्डर (Bihar Border) इलाके में हमला हुआ था।
घटना में वन विभाग के तीन अधिकारी समेत 8 लोग घायल हो गए थे। इसके बाद देर रात 17 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सभी लोगों से पूछताछ भी की जा रही है।
हमले की जानकारी बिहार नवादा पुलिस को मिलते ही रजौली से थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी दलबल के साथ नक्सल (Naxal) प्रभावित इलाके खतरी गांव पहुंचे और वन विभाग की क्षतिग्रस्त गाड़ी को कब्जे में लेकर थाना लाए।
यह भी बताया जाता है कि बिहार पुलिस ने इसी मामले में कोडरमा जिले के विशुनपुर गांव में यह कार्रवाई की। इसकी सूचना झारखंड पुलिस या तिलैया थाना को भी नहीं दी गयी।