मुंबई: साल 2011 के मुंबई ट्रिपल ब्लास्ट (Mumbai Triple Blast) मामले में आरोपी अब वकील बनने जा रहा है। आरोपी का महाराष्ट्र बार काउंसिल (Maharashtra Bar Council) में शामिल होना लगभग तय है।
दरअसल मुंबई ट्रिपल ब्लास्ट केस में एक दशक से हिरासत में आरोपी नदीम अख्तर को विशेष ट्रायल कोर्ट ने महाराष्ट्र बार काउंसिल (Bar Council) की सदस्यता के लिए आवेदन करने और उसकी ओर से चचेरे भाई द्वारा एक अधिकार पत्र सौंपने की अनुमति दे दी है।
नदीम ने हिरासत में रहते हुए मुंबई विश्वविद्यालय (Mumbai University) से LBB की डिग्री हासिल की है। इस मामले को लेकर मुंबई एटीएस (Mumbai ATS) ने कहा है कि आदेश कोर्ट द्वारा पारित किया जा सकता है।
वहीं कोर्ट ने कहा कि कोर्ट को याचिका (Petition) स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है।
विशेष न्यायाधीश ने इस मामले में अपने आदेश में कहा कि ट्रिपल ब्लास्ट केस में आरोपी नदीम को काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र के सदस्य के रूप में नामांकन के लिए नियमों के अनुसार आवश्यक होने पर अधिवक्ता बैंड और कोट में अपना पासपोर्ट (Passport) आकार का फोटो देने की भी अनुमति दी गई है।
13 जुलाई 2011 को हुआ था बम विस्फोट
विशेष न्यायाधीश ने अपने आदेश में कहा कि यह स्पष्ट किया जाता है कि अथॉरिटी कानून (Authority Law) और नियमों के अनुसार आवश्यक प्रक्रिया का पालन करेगा।
वहीं इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए जा चुके हैं जबकि सुनवाई अभी शुरू होनी बाकी है। बता दें कि मामले के पहले गवाह ने अभी गवाही नहीं दी है।
गौरतलब है कि 13 जुलाई 2011 को ओपेरा हाउस (Opera House) झावेरी बाजार और दादर कबूतर खाना के पास एक बस स्टॉप पर बम विस्फोट हुआ था।
इसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी और 130 लोग घायल हो गए थे। मामले में जनवरी 2012 में ATS ने साजिश का हिस्सा होने के लिए नकी अहमद नदीम अख्तर कंवरनैन पथरेजा और हारून नाइक को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने आरोप लगाया था कि धमाकों के मुख्य योजनाकार यासीन भटकल ने दिल्ली से मुंबई में विस्फोटक (Explosive) भेजे थे जहां नकी ने उन्हें प्राप्त किया था।