नई दिल्ली: सर्दी (Winter) से बचने कुछ लोग यह कहते सुने जाते हैं कि एक पेग (Peg) ले लो सब ठीक हो जाएगा। कुछ लोग यह भी ज्ञान देते हैं कि सिगरेट (Cigarette) का एक कश अंदर और ठंडी बाहर क्या सच में ऐसा है?
क्या शराब का एक पेग लेने से सर्दी भाग जाती है? अगर आपके दिमाग में ऐसे सवाल हैं तो आज इसका जवाब एक्सपर्ट (Expert) से जान लीजिए।
सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट (Senior Cardiologist) का साफतौर पर कहना है कि यह एक मिथक है कि शराब और Cigarette पीने से सर्दी में शरीर गर्म रहेगा।
सच ये है कि ऐसा कुछ भी नहीं होता है। विशेषज्ञ की माने तो हार्ट अटैक (Heart Attack) सर्दियों में बढ़ जा रहा है। अभी एक ही दिन में काफी ज्यादा केस आए हैं।
अगर कोल्ड वेदर होता है तो ऊपर की जो हमारी नसें हैं वो सिकड़ जाती है। इससे ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) बढ़ जाता है। इससे हार्ट (Heart) पर असर पड़ता है। सर्दी में कई केमिकल बदलाव भी होते हैं।
लोगों को सिगरेट या पेग के चक्कर में नहीं रहना चाहिए
आमतौर पर Heart Attack नसों में क्लॉट (Clot) बनने की वजह से होता है। प्लेटलेट्स (Platelets) का नंबर बढ़ जाता है।
जब तापमान कम हो और मॉर्निंग वॉक पर जाते हैं तो स्ट्रोक (Stroke) और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक एल्कोहल को सर्दी का पेय समझकर पिया जाता रहा है क्योंकि लोगों को ऐसा लगता है कि शरीर में सेंसेशन (Sensation) बढ़ा है और गर्मी आई है।
जबकि वास्तविकता यह है कि इससे शरीर का तापमान घटता है और हाइपोथर्मिया (Hypothermia) का जोखिम भी बढ़ जाता है। सर्दी के दिनों में जब दिल्ली में तापमान 18 डिग्री के आसपास आ गया है लोगों को सिगरेट या पेग के चक्कर में नहीं रहना चाहिए।
शहर के SPS Heart Institute में 24 घंटे के अंदर 14 मरीजों की मौत हुई
विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड के मौसम में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं खासतौर से बुजुर्गों को खतरा ज्यादा रहता है लेकिन आजकल युवाओं में भी ऐसा देखा जा रहा है।
हार्ट एक्सपर्ट (Heart Expert) ने कहा कि इससे बचने के लिए सर्दी के मौसम में सूर्योदय से पहले सुबह टहलने से बचना चाहिए। खासकर उन लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है जिन्हें पहले से हार्ट संबंधी बीमारी है।
उन्होंने समझाते हुए कहा कि लोगों को कमरे के अंदर एक्टिव रहना चाहिए बाहरी गतिविधियों से बचने की जरूरत है।उत्तर प्रदेश (UP) के कानपुर में धड़ाधड़ हार्ट अटैक के मामले डरा रहे हैं।
यहां पांच दिनों में हार्ट और ब्रेन स्ट्रोक से 98 लोगों की मौत हो चुकी है। शहर के SPS हार्ट इंस्टीट्यूट (SPS Heart Institute) में 24 घंटे के अंदर 14 मरीजों की मौत हुई है।
दिल्ली में पारा 2 डिग्री पर आ चुका है
हृदय रोग संस्थान में कुल 604 मरीजों का इलाज चल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में मरीजों को ठंड से बचाना चाहिए। ठंड के मौसम में हार्ट अटैक केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं है।
हमारे पास ऐसे मामले भी आए हैं जब किशोरों को भी Heart Attack आया है। पूरे उत्तर भारत (North India) में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दोपहर तक घना कोहरा छाया रहता है।
कमरे में भी चैन नहीं है। रजाई ओढ़ने पर भी हाथ-पैरों में गलन बरकरार है। दिल्ली में पारा 2 डिग्री पर आ चुका है।