गुमला: BJP नेता सुमित केशरी हत्याकांड (Sumit Keshari Murder Case) का गुमला पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है।
इस मामले में पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से तीन देसी कट्टा और गोली (Desi Katta and Goli) बरामद किया है।
अपराधियों ने की थी लेवी की मांग
गुमला एसपी डॉ एहतेशाम वकारिब (SP Dr Ehtesham Waqarib) ने प्रेस काफ्रेंस कर मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बीजेपी नेता सुमित केशरी से अपराधियों ने दो लाख लेवी की मांग की थी।
उन्होंने लेवी देने से इंकार कर दिया। इसके बाद अपराधियों ने हथियार के बल पर सुमित केशरी को प्लांट (Plant) से अगवा कर लिया।
इन अपराधियों की हुई गिरफ्तारी
इसके बाद दोनों के बीच विवाद हो गया। इसी क्रम में अपराधियों ने सुमित केशरी को गोली मारकर पत्थर से सर कुचल दिया। घटना को आधा दर्जन अपराधियों ने अंजाम दिया था।
पुलिस ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर छापेमारी। जिन अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है उनमें पारस राम, मोहन गोप, बासिल इंदवार और नारायण सिंह उर्फ रामलाल सिंह का नाम शामिल है।
पारस राम बरिया थाना क्षेत्र का रहने वाला है, जबकि अन्य तीन अपराधी पालकोट थाना क्षेत्र का रहने वाला है।
घटना में संलिप्त दो अपराधी सिमडेगा जिला के बानो थाना क्षेत्र स्थित थलकोबेड़ा निवासी विक्रम सिंह और गुमला के पालकोट थाना क्षेत्र निवासी संजय उरांव फरार है, दोनो अपराधी को गिरफ्तार करने के लिये पुलिस जुटी है।
14 जनवरी को हुई मौत
बता दें कि अपराधियों के हमले में घायल हुए बीजेपी नेता सुमित केसरी (BJP leader Sumit Kesari) ने रांची में इलाज के दौरान 14 जनवरी को मौत हो गई।
मामले की उद्भेदन के लिये बसिया SDPO के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया था। अपराधियों ने 9 जनवरी की रात घटना को अंजाम दिया था।