गुरुग्राम: हरियाणा के दो औद्योगिक जिलों गुरुग्राम और फरीदाबाद के बीच मेट्रो रेल कनेक्टिविटी के लिए संशोधित विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) में बदलाव किया गया है।
गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि डीपीआर को हरियाणा के मुख्य सचिव विजई वर्धन के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है।
अधिकारी ने कहा कि मंजूरी मिलने के बाद जमीनी स्तर पर काम शुरू हो जाएगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 2016 में गुरुग्राम और फरीदाबाद के बीच मेट्रो कनेक्टिविटी की घोषणा की थी।
इसके बाद दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) द्वारा डीपीआर तैयार किया गया था।
संशोधित डीपीआर के अनुसार, दोनों जिलों के बीच 32.15 किलोमीटर लंबे मेट्रो मार्ग में ग्यारह स्टेशन होंगे, जिनमें से छह गुरुग्राम जिले में और पांच फरीदाबाद जिले में होंगे।
पिछले डीपीआर में कुल आठ स्टेशन थे, जिनमें से केवल तीन स्टेशन गुरुग्राम जिले में थे जबकि पांच फरीदाबाद जिले में थे।
संशोधित डीपीआर में, भविष्य की संभावनाओं और यात्रियों की पैदल यात्रा को ध्यान में रखते हुए एक अतिरिक्त स्टेशन के निर्माण का भी प्रस्ताव रखा गया है।
हालांकि, सितंबर 2020 में हरियाणा के मुख्य सचिव के निर्देश पर, जीएमडीए, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) और डीएमआरसी की टीम ने फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच मेट्रो मार्ग का सर्वेक्षण किया था।
परियोजना में शामिल अधिकारी के अनुसार, गुरुग्राम में तीन और स्टेशन बनाने की योजना थी।
एक प्रस्ताव के अनुसार सुशांत लोक, सुशांत लोक फेज -3 और रोजवुड सिटी में प्रस्तावित स्टेशन बनाए जाएंगे।
जीएमडीए के अधिकारियों के अनुसार, मेट्रो विस्तार का काम 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि विकास प्राधिकरण ने सेक्टर -56 में एक स्टेशन भी प्रस्तावित है। हालांकि, यह स्टेशन अभी नहीं बनाया जाएगा।
अधिकारियों के अनुसार, अगर भविष्य में कोई जरूरत होती है, तो स्टेशन का निर्माण सेक्टर -56 में ही किया जाएगा।
सेक्टर -56 में प्रस्तावित स्टेशन में रैपिड मेट्रो रेल कनेक्टिविटी होगी जो दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन से जोड़ेगा।
गुरुग्राम में प्रस्तावित स्टेशनों का निर्माण मंडी गांव, सेक्टर -56, सुशांत लोक, सुशांत लोक फेज -3, रोजवुड सिटी और वाटिका चौक में किया जाएगा।
परियोजना से जुड़े जीएमडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा, परियोजना की एक संशोधित डीपीआर को मंजूरी के लिए उच्च प्राधिकरण को भेज दिया गया है।
संशोधित डीपीआर में कुल 11 स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिनमें से पांच फरीदाबाद और छह गुरुग्राम में हैं।
जैसे ही मंजूरी मिलेगी, काम जमीनी स्तर पर शुरू किया जाएगा, जिसमें 2025 तक पूरा करने की समय सीमा होगी।