दुमका: झारखंड में सुसाइड का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन आत्महत्या की खबरें आ रही हैं।
इसी बीच झारखंड की उपराजधानी दुमका के नगर थाना क्षेत्र के रसिकपुर दास पाड़ा में 22 वर्षीय विवेक कुमार साह और शिकारीपाड़ा के बरमसिया में रेलकर्मी 32 वर्षीय बादल चंद्र महतो द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है।
दोनों थानों की पुलिस ने शवों को कब्जे में लेने के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया।
युवक की जेब में सुसाइड नोट
विवेक शिकारीपाड़ा के मोहलपहाड़ी का रहनेवाला था। उसने प्रेम प्रसंग में जान दी। पुलिस को उसकी जेब से सुसाइड नोट भी मिला है।
वहीं, बादल बोकारो जिले के चंदनकियारी थाना क्षेत्र के आद्राकुड़ी गांव का रहने वाला था।
पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट रेलवे इंजीनयरिंग विभाग में काम करने वाले ट्रैक कर्मी बादल चंद्र महतो का शव पुलिस ने बरमसिया के मीरा देवी के आवास से बरामद किया।
मकान में बादल के अलावा अन्य रेलकर्मी भी रहते थे।
रात 10 बजे तक युवक व पिता के बीच हुई थी बातचीत
शिकारीपाड़ा के मोहलपहाड़ी निवासी बस संचालक दीपक साह ने बताया कि उसकी बहन बिहार के बांका जिले के धौरेया स्वास्थ्य केंद्र में नर्स है।
वह चार साल से बहनोई के यहां रहती है। दासपाड़ा में उनका अपना मकान है।
चार साल से बेटा विवेक घर की देखभाल करने के साथ एसपी कॉलेज में बीएससी सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रहा है।
सोमवार की रात 10 बजे तक उससे बात हुई। सुबह कॉल किया तो उसने फोन रिसीव नहीं किया।
नेशनल स्कूल के समीप रहने वाले भांजे को सारी बात बताकर भेजा तो देखा कि विवेक का शव सीढ़ी के पास लोहे के छल्ले के सहारे लटक रहा है।
उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला है। उसने मौत के लिए खुद को जिम्मेवार ठहराया है।
दोस्तों को वाट्सअप पर सॉरी भी लिखा।
पिता ने लगाया हत्या को आत्महत्या का रूप देने का आरोप
इधर, पिता का आरोप है कि उसकी हत्या करने के बाद आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को टांग दिया गया।
कमरे में चार जूठी प्लेट मिली है। कमरे का पिछला दरवाजा भी खुला था।
नगर थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार ने बताया कि पिता के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया है।
सुसाइड नोट में जान देने की बात कही है।
अगर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की बात सामने आती है तो केस को मर्डर में तब्दील कर महिला मित्र से भी पूछताछ की जाएगी।