रांची: एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के संयोजक बिनोद बिहारी महतो ने वायरल वीडियो, जिसमें आंदोलन स्थगित करने की बात कही जा रही है, उसका खंडन किया है।
साथ ही आंदोलन करने की बात कही है। कहा कि 27 दिसंबर को रांची की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि आंदोलन होगा, इसलिए निश्चित रूप से आंदोलन होना चाहिए, क्योंकि झारखंड सरकार अब तक हम लोगों के विषय में एक बात भी नहीं कही।
जबकि हम लोगों ने सरकार को बनाने का काम किया और हम लोगों का अधिकार भी है कि इस सरकार से अपना अधिकार लें। 65 हजार का कैसे कल्याण होगा, यह सरकार को सोचना है ना कि हम लोगों को।
शिक्षा मंत्री के स्वास्थ्य लाभ की कामना
उन्होंने कहा कि हम लोग निश्चित रूप से शिक्षा मंत्री के स्वास्थ्य लाभ के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं कि जल्द वे हमलोगों के बीच आएं और हम सबका कल्याण करें।
परंतु वर्तमान में मुख्यमंत्री के पास शिक्षा मंत्री का प्रभार है।
इसलिए अभी केवल ध्यान आकृष्ट कराने के लिए 17 जनवरी को सत्ता पक्ष के विधायक आवास, 24 जनवरी को कैविनेट मंत्री के आवास पर धरना देंगें।
इधर 10 फरवरी को मुख्यमंत्री आवास में एकदिवसीय धरना देकर सरकार को यह संदेश देने का काम करेंगे कि हम 65 हजार और इतने परिवार का जल्द से जल्द कल्याण करें।
साथियों से एकजुटता की अपील
उन्होंने साथियों आपस में खींचतान ना करने और सभी को एकजुट रहने की अपील करते हुए झारखंड के सभी जिला को आंदोलन के लिए तैयारी करने की बात कही है।
उन्होंने कहा है कि इतिहास गवाह है अगर आंदोलन नहीं होता है तो कुछ भी प्राप्त नहीं होता है।
हम लोगों ने मुख्यमंत्री से मिलने के लिए कई बार प्रयास किए लेकिन सफल नहीं हुए।
इसलिए आंदोलन करना बहुत जरूरी हो गया है क्योंकि किस तरह से हम लोगों का स्थायीकरण वेतनमान देगा, यह बातें तब तय सामने आएंगी, जब मुख्यमंत्री एवं शिक्षा विभाग के पदाधिकारी और हम लोगों के बीच वार्ता होगी।