नई दिल्ली: नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली गुरुवार को भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की छठी बैठक में भाग लेने नई दिल्ली पहुंचे। नेपाल-भारत संयुक्त आयोग दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा-विमर्श का सबसे बड़ा मंच है।
विदेश मंत्रालय की ओर से यात्रा के संबंध में दी गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार ग्यावली नेपाली प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए 15 जनवरी को संयुक्त आयोग की बैठक में भाग लेंगे।
भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
बैठक के पूर्व दोनों नेताओं का हैदराबाद हाउस में मिलने का भी कार्यक्रम है, जहां आयोग की बैठक भी होगी।
ग्यावली इस दौरान कोविड -19 टीकों की खरीद और विकास सहयोग के साथ सीमा मुद्दे पर भी चर्चा कर सकते हैं।
ग्यावली का गुरुवार को कुछ निजी कार्यक्रम भी तय है।
इसी बीच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि सीमा मुद्दे पर भारत का रुख स्पष्ट है और इससे जुड़े विषयों पर चर्चा के लिए अलग मंच है। संयुक्त आयोग की बैठक में इन विषयों पर चर्चा नहीं होगी।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने 20 दिसम्बर को नेपाली संसद भंग कर दी थी और ग्यावली एक कार्यवाहक सरकार के विदेश मंत्री के तौर पर बैठक में भाग लेंगे।
दूसरी ओर राजनीतिक घटनाक्रम के बीच चीन नेपाल में सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के दो धड़ों में आपसी सुलह कराने में लगा हुआ है। हालांकि भारत तटस्थ की भूमिका निभा रहा है।
भारत और नेपाल के बीच सीमा मुद्दे पर थोड़े समय के लिए द्विपक्षीय संबंधों में खटास आई थी।
अक्टूबर और नवंबर के दौरान भारत के रॉ प्रमुख, सेना प्रमुख और विदेश सचिव की काठमांडू यात्रा से दोनों देशों के बीच फिर से संबंध पटरी पर आते दिखाई दिए।
दोनों देश संयुक्त आयोग की बैठक पहले ही करना चाहते थे लेकिन राजनीतिक परिस्थितियों के कारण यह संभव नहीं हो पाया।