नई दिल्ली: गुजरात कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के (पूर्व आईएएस) अधिकारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी अरविंद कुमार शर्मा का भाजपा में प्रवेश होने के बाद सियासी की पारी की सुगबुगाहट है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा से वीआरएस लेने वाले एके शर्मा भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेकर उत्तर प्रदेश की सियासत में एंट्री ली।
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में एके शर्मा ने भाजपा की सदस्यता ली।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं भाजपा में आने पर खुश हूं।
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना तहसील के रहने वाले शर्मा ने रिटायरमेंट वर्ष साल 2022 से पहले ही अचानक स्वैच्छिक सेवानिवृत्त लेकर सभी को चौंका दिया था।
जिसके बाद से ये कयास लगाए जा रहे थे की पीएम मोदी के पसंदीदा अफसर को कोई अहम जिम्मेदारी मिल सकती है।
सूत्रों की माने तो अरविंद कुमार शर्मा का उत्तर प्रदेश विधान परिषद में जाना तय माना जा रहा है।
इसके अलावा उन्हें योगी सरकार में भी अहम जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि अरविंद शर्मा की गिनती प्रधानमंत्री के पसंदीदा अफसरों में होती है।
उन्होंने पीएम मोदी के साथ सीएमओ से पीएमओ तक कार्य किया है।
नरेंद्र मोदी जब मुख्यमंत्री थे उस दौर में शर्मा 2001 से 2013 तक उनके साथ मुख्यमंत्री कार्यालय में काम किया करते थे।
इसके बाद जब नरेंद्र मोदी ने देश की कमान संभाली तो अरविंद शर्मा पीएमओ में आ गए।
2014 में वह पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर रहे और बाद में सचिव भी बने।
कोरोना काल में एमएसएमई की स्थिति काफी खराब हुई तो पीएम मोदी ने अरविंद शर्मा पर ही विश्वास जताते हुए एमएसएमई मंत्रालय में सचिव पद पर भेजा।