रांची: गोमिया विधायक डॉ. लंबोदर महतो (Dr. Lambodar Mahato) ने झारखंड विधानसभा के बजट सत्र (Jharkhand Assembly Budget Session) के चौथे दिन गुरुवार को कुरमी/कुड़मी (महतो) और घटवार व कोल्ह (तेली) को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने को लेकर सदन में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया।
उन्होंने सदन में लाए अपने कार्य स्थगन प्रस्ताव में कहा कि झारखंड सरकार द्वारा 23 नवंबर, 2004 को परिषद की बैठक में छोटानागपुर की कुरमी कुड़मी (महतो) उत्तरी छोटानागपुर एवं संथाल परगना (North Chotanagpur and Santhal Parganas) की घटवार जाति व कोल्ह (तेली) को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए भारत सरकार को अनुशंसा भेजने का निर्णय लिया गया है लेकिन उस पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है इससे पूरे राज्य में आक्रोश व्याप्त है।
गिरिडीह से अलग होकर बेरमो अनुमंडल के रूप में अस्तित्व में आया
उन्होंने शून्यकाल में हमसे सदन के माध्यम से सरकार से बेरमो अनुमंडल (Headquarters Tenughat) को जिला बनाने की मांग की है। उन्होंने सदन में कहा कि बेरमो अनुमंडल (मुख्यालय तेनुघाट) राज्य का सबसे पुराना अनुमंडल है।
वर्ष 1971 में जिला गिरिडीह से अलग होकर बेरमो अनुमंडल के रूप में अस्तित्व में आया। बेरमो अनुमंडल हर दृष्टिकोण से जिला बनने की की सभी अर्हता रखता है।
इस अनुमंडल में 07 प्रखंड, 15 थाना 0 6 ओपी एवं व्यवहार न्यायालय (OP & Civil Court) भी है। इसकी कुल आबादी 2011 के जनगणना के अनुसार करीब 11 लाख 08 हजार 735 है।