रांची: रांची के ओरमांझी के चर्चित सिर कटी हत्याकांड का मुख्य आरोपित शेख बेलाल और उसकी पत्नी अफसाना खातून को गिरफ्तार कर पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया है।
मामले में पुलिस ने हत्याकांड में प्रयुक्त लोहे का दउली, लोहे का साबल, टीवीएस बाइक, 4 मोबाइल फोन, वारदात को अंजाम देने के दौरान पहना हुआ कपड़ा और लेडीज स्टॉल बरामद किया है।
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने शुक्रवार को बताया कि तीन जनवरी को ओरमांझी थाना क्षेत्र के साईं नाथ विश्वविद्यालय के पीछे जीराबार जंगल से सिर कटा युवती का नग्न अवस्था में शव बरामद हुआ था।
युवती के सिर कटा शव के आसपास काफी खोजबीन किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी सिली चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया।
टीम में 3 डीएसपी, 4 पुलिस निरीक्षक 16 पुलिस अवर निरीक्षक और दो एसआई सहित अन्य पुलिसकर्मियों को सहयोग के लिए लगाया गया।
क्रम में एसआईटी टीम की ओर से पिठौरिया थाने में दर्ज मामले में शेख बेलाल की पत्नी सूफिया परवीन को लापता पाया गया।
इसके बाद सुखिया के माता-पिता और उसके अन्य रिश्तेदारों तथा पूर्व पति से शव की पहचान कराए जाने पर मृतका की पहचान सूफिया परवीन के रूप में की गई।
सूफिया परवीन के माता पिता का डीएनए प्रोफाइलिंग से मृतका के डीएनए मिलान के लिए एफएसएल रांची भेजा गया।
इस दौरान एसआईटी टीम के द्वारा शेख बेलाल के घर पर छापेमारी किया गया तो शेख बेलाल अपनी पत्नी और बच्चों के साथ फरार पाया गया।
एसएसपी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर 12 जनवरी को सिकिदिरी शेख बिलाल की पत्नी अफसाना खातून पूर्व साबो को पूछताछ के लिए ओरमांझी थाना लाया गया।
पूछताछ के क्रम में अफसाना खातून ने इस मामले का खुलासा करते हुए कहा कि इस घटना को वह और उसके पति ने मिलकर अंजाम दिया है।
इनकी निशानदेही पर सुखिया परवीन के कटे सिर को चंदवे खेत से बरामद किया गया।
इसके बाद बरामद सिरको रिम्स और डीएनए प्रोफाइलिंग के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला रांची भेजा गया।
अफसाना खातून की निशानदेही पर घर से कटे सिर को छुपाने में प्रयुक्त साबल को बरामद किया गया।
एसएसपी ने बताया कि 14 जनवरी को गुप्त सूचना मिली कि शेख बिलाल ऑटो से कहीं भाग रहा है, जिसे कुटे के पास देखा गया।
सूचना के बाद सभी मार्गों को सील कर वाहन जांच शुरू की गई इसी दौरान पझरापानी के पास ऑटो पर सवाल पीला जैकेट पहने और मुंह ढका हुआ एक व्यक्ति पुलिस को देखकर कूदकर भागने लगा।
जिसे एसआईटी के सदस्यों ने दौड़ाकर खेत से पकड़ा।
इसकी पहचान कुटी के स्थानीय ग्रामीणों और अखबार में प्रकाशित फोटो से शेख बेलाल के रूप में की गई।
एस आईटी टीम की ओर से आगे पूछताछ करने पर उसने सूफिया परवीन की हत्या अपनी पत्नी अफसाना के साथ मिलकर करने की बात स्वीकार की।
मामले में कब-कब क्या हुआ
3 जनवरी को ओरमांझी थाना क्षेत्र के जीराबार जंगल से सिर कटा युवती का नग्न अवस्था में शव बरामद हुआ था।
4 जनवरी को एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने युवती और अपराधियों की सूचना देने वाले को 25 हजार ईनाम देने की घोषणा की थी।
5 जनवरी को आईजी अखिलेश कुमार झा ने ईनाम राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपया किए।
6 जनवरी को पुलिस ने युवती के स्वाब और नाखून को एफएसएल के लिए भेजा।
8 जनवरी को एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर पांच लाख किए।
उसी रात दोबारा युवती का पोस्टमार्टम कराया गया।
10 जनवरी चंदवे थाना क्षेत्र के चटवल गांव के रहने वाले एक दंपती ने युवती की पहचान की।
11 जनवरी रांची पुलिस की तरफ से संदिग्ध और युवती के पहले पति शेख बेलाल की तस्वीर जारी की गई।
12 जनवरी को चंदवे के एक खेत से युवती का सिर बरामद किया गया। 14 जनवरी को आरोपित शेख बेलाल गिरफ्तार।
घटनास्थल पर ले जाकर पुलिस ने आरोपित शेख बिलाल को ले जाकर क्राइम सीन रीक्रिएट कराया।
15 जनवरी को पति बेलाल और उसकी पत्नी अफसाना का सदर अस्पताल में मेडिकल कराया गया।