नई दिल्ली: नौसेना कमांडरों (Naval Commanders) का सम्मेलन भारत (India) के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत (Indigenous Aircraft Carrier) INS विक्रांत (INS Vikrant) पर सोमवार से शुरू होगा।
यह पहला मौका है जब Commanders के सम्मेलन का पहला चरण समुद्र में आयोजित किया जायेगा। इसमें सैन्य रणनीतिक स्तर के महत्वपूर्ण सुरक्षा मुद्दों (Critical Security Issues) पर चर्चा करने के साथ-साथ वरिष्ठ नौसैन्य अधिकारी INS विक्रांत के प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करेंगे। उद्घाटन सत्र में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नौसेना कमांडरों को संबोधित करेंगे।
नौसेना कमांडरों के इस सम्मेलन का अपना महत्व और प्रासंगिकता
इस वर्ष के सम्मेलन की खासियत है कि पहली बार कमांडर सम्मेलन (Commander’s Conference) भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत पर आयोजित किया जा रहा है।
इस क्षेत्र में मौजूदा भू-रणनीतिक स्थिति (Geostrategic Position) के कारण नौसेना कमांडरों के इस सम्मेलन का अपना महत्व और प्रासंगिकता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नौसेना कमांडरों को संबोधित करेंगे
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में नौसेना कमांडरों (Naval Commanders) को संबोधित करेंगे।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल VR चौधरी भी नौसेना के कमांडरों के साथ बातचीत करेंगे, ताकि तीनों Armies के बीच राष्ट्र की रक्षा और भारत के राष्ट्रीय हितों के प्रति तालमेल को बढ़ाया जा सके।
सम्मेलन के पहले दिन की गतिविधियों में समुद्र में Operational प्रदर्शन भी किये जाने की योजना है। नौसेना कमांडर भारतीय समुद्री हितों (Indian Maritime Interests) की चुनौतियों का समाधान करने के लिए नौसेना की तैयारी पर भी विचार-विमर्श करेंगे।
अग्निवीरों का पहला बैच INS चिल्का से पास आउट होने वाला
नौसेनाध्यक्ष एडमिरल R. हरि कुमार नौसेना कमांडरों (Naval Commanders) के साथ पिछले छह महीनों में भारतीय नौसेना (Indian Navy) के प्रमुख परिचालन, सामग्री, रसद, मानव संसाधन विकास, प्रशिक्षण और प्रशासनिक गतिविधियों (Administrative Activities) की समीक्षा करेंगे।
साथ ही महत्वपूर्ण गतिविधियों के लिए भविष्य की योजनाओं पर विचार-विमर्श करेंगे। सम्मेलन के दौरान नौसेना कमांडरों को Indian Navy में निष्पादित ‘अग्निपथ योजना’ (Agneepath Scheme) के बारे में Update किया जाएगा।
अग्निवीरों का पहला बैच 23 मार्च के अंत में INS चिल्का से पास आउट होने वाला है, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों की महिला अग्निवीरों का पहला बैच भी शामिल है।