धनबाद : पूर्व रेलवे (Eastern Railway) ने गजब का कारनामा किया है। मामला धनबाद (Dhanbad) के निरसा का। बताया जा रहा है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर कारी सीतारामपुर (Kari Sitarampur), पूर्व रेल मंडल आसनसोल जोन की ओर से गुरुवार को एग्यारकुंड प्रखंड (Agyarkund Block) की मेढ़ा पंचायत और शिवलीबाड़ी पूरब पंचायत ग्रामीणों नोटिस दिया गया।
नोटिस में साफ-साफ लिखा हुआ है कि फ्रंट कारिडोर के काम को लेकर 23 मार्च तक अपना मकान खाली कर दें।
काली मंदिर की दीवार पर नोटिस चिपका
ग्रामीणों के साथ रेलवे (Railway) के अधिकारी ने भगवान को भी नोटिस दिया गया है। नया नगर में बने काली मंदिर (Kali Mandir) की दीवार पर भी नोटिस चस्पा किया गया है।
इसे लेकर गांव वालों में रोष है। इस संदर्भ में सीनियर सेक्शन (Senior Section) के अधिकारी शिवकुमार ने बताया कि धनबाद रेल मंडल द्वारा पूर्व में भी यहां के लोगों को नोटिस के माध्यम से रेलवे की जमीन (Land) खाली करने का जिक्र किया गया था। जमीन खाली करने के लिए दोबारा विभाग नोटिस दे रहा है।
नोटिस देने आई टीम से नोकझोंक
नोटिस (Notice) देने आई रेलवे की टीम के साथ ग्रामीणों की तीखी नोकझोंक भी हुई। ग्रामीणों (Villagers) का कहना है कि रेलवे पहले विस्थापितों को पुनर्वासित करे, उसके बाद हम सबों को यहां से खाली कराकर जमीन ले ले।
लोगों ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का हवाला देते हुए कहा कि पहले उन्हें पुनर्वासित करवाएं, उसके बाद ही आशियाना उजाड़ें।
निरसा MLA अपर्णा ने विधानसभा में भी उठाया है यह मामला
इस मुद्दे को लेकर पूर्व MLA अरूप चटर्जी ने रेल मुख्यालय कोलकाता (Railway Headquarters Kolkata) में भी अधिकारियों से वार्ता की। इसके अलावा निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता (Aparna Sengupta) ने भी विधानसभा में इस बात को प्रमुखता से उठाया है।
अब सवाल यह उठता है कि वर्षों से रह रहे लोगों को विस्थापित किया जा रहा है ऐसे में उनके पुनर्वास (Rehabilitation) का समाधान कैसे होगा इसे लेकर स्थानीय लोग चिंता में है।